राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jan 20 2019 4:34PM जनता कांग्रेस ने श्वेत पत्र जारी कर हार के कारणों को किया सार्वजनिकरायपुर 20 जनवरी(वार्ता)जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने राज्य में हाल ही में सम्पन्न विधानसभा चुनावों में अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नही कर पाने के कारणों को सार्वजनिक करते हुए श्वेत पत्र जारी कर उम्मीद जताई है कि वह अगले पांच वर्षों में विपक्ष में रहते दोनो राष्ट्रीय दलों के विकल्प के रूप में मतदाताओं के समक्ष पेश करने में कामयाब होगी। पार्टी ने श्वेत पत्र में रमन सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश के कारण पिछडा एवं अति पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं का झुकाव कांग्रेस की ओर होने,बसपा के साथ गठबंधन करने से पार्टी को केवल सतनामियों एवं दलितों की पार्टी की पहचान मिलने,भाजपा की बी टीम होने की छवि बनने,पूर्व घोषणा के बावजूद राजनांदगांव सीट से अंतिम क्षणों में पार्टी प्रमुख अजीत जोगी के तत्कालीन मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने से पीछे हटने को हार के कारण बताए है। पार्टी ने श्वेत पत्र में मीडिया एवं लोगो में भाजपा के विकल्प के रूप में कांग्रेस को ही देखे जाने,बस्तर एवं सरगुजा आदिवासी अचलों में जोगी कांग्रेस का मतलब पांजा छाप कांग्रेस समझे जाने,चुनाव चिन्ह के मतदान के महज दो माप पूर्व मिलने,संसाधनों की कमी के चलते उसका व्यापक प्रचार नही कर पाने,पार्टी प्रमुख जोगी के चुनाव से दो माह पहले बीमार हो जाने को भी हार का कारण बताया है। कांग्रेस द्वारा दलित समाज के पी.एल.पुनिया को राज्य का प्रभारी बनाए जाने,के.राजू के नेतृत्व में सतनामी समाज के दो प्रमुख गुरूओं रूद्र गुरू एवं बालदास तथा जोगी से जुडे रहे शिव डहरिया एवं डी.पी.घृतलहरे के कांग्रेस का प्रचार करने,पार्टी प्रणुख से पूर्व से जुड़े रहे बड़े चेहरों रेणु जोगी,अमरजीत भगत,दिलीप लहरिया,चुन्नीलाल साहू,रामदयाल उईके आदि के पार्टी से नही जुड़ने एवं कई बड़े चेहरो के चुनाव से पहले कांग्रेस में घर वापसी करने को भी श्वेत पत्र में अपेक्षित परिणाम नही मिलने के कारण बताए है। साहूजारी.वार्ता