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यौन अपराधों की विवेचना स्‍मार्ट एवं इंटेलिजेंट तरीके से करें-सिंह

भोपाल, 27 मई (वार्ता) पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंह ने कहा कि यौन अपराधों की विवेचना स्मार्ट एवं इंटेलिजेंट पुलिसिंग के जरिए करें, जिससे सही स्थिति सामने आए और न्यायालय में पुलिस का पक्ष सही साबित हो सके।
श्री सिंह ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश की सभी रेंज के पुलिस महानिरीक्षकों, पुलिस उप महानिरीक्षकों व पुलिस अधीक्षकों को इस आशय के निर्देश दिए। उन्होंने कहा महिलाओं एवं बच्‍चों के उत्‍पीड़न से संबंधित प्रकरणों की विवेचना में उच्च न्यायालय के आदेशों का अनिवार्यत: पालन करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि यौन अपराधों की विवेचना उप निरीक्षक स्तर से नीचे के पुलिस अधिकारी से न कराई जाए। उन्होंने विवेचना में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने पर बल देते हुए कहा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन कर डीएनए जांच के लिए सैंपल लें और समय से लैब में जांच के लिए भेजें। साथ ही हिदायत दी की विवेचना पूरी तरह गुणवत्तायुक्त हो, कोई भी निर्दोष फसे नहीं और अपराधी बचने न पाए।
उन्होंने कहा यौन अपराधों में डीएनए के साथ-साथ अन्य साक्ष्य भी जुटाएं। उन्होंने डीएनए लैब की क्षमता बढ़ाने पर भी जोर दिया। साथ ही कहा कि भोपाल की लैब जल्द से जल्द शुरू कराएं, जिससे प्रदेश में डीएनए जांच की क्षमता दोगुनी हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नई लैब स्थापित करने के लिए शासन स्तर पर गंभीरता के साथ प्रयास किए जा रहे हैं। उन्‍होने सभी पुलिस महानिरीक्षकों को निर्देश दिए कि वे अपनी-अपनी रेंज में पुलिस अधीक्षकों व अन्य पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर महिला एवं बच्चों से संबंधित अपराधों की समीक्षा करें।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध अन्वेष मंगलम ने कहा कि सभी जिलों में डीएनए सैंपल सुरक्षित रखने के लिए बजट जारी कर दिया गया है। इस बजट से फ्रीजर एवं सैंपल परिवहन के लिए आइस बॉक्स खरीदे जा सकेंगे उन्होंने जल्द से जल्द फ्रीजर एवं आइस बॉक्स खरीदकर पालन प्रतिवेदन व उपयोगिता प्रमाण पत्र भेजने के निर्देश सभी पुलिस अधीक्षकों को दिए।
उन्होंने बताया कि मध्‍यप्रदेश पुलिस द्वारा की गई अच्छी विवेचना की बदौलत महिला एवं बच्चियों के साथ हुए दुष्कर्म के 25 मामलों में ट्रायल कोर्ट द्वारा आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। साथ ही 300 से भी ज्यादा प्रकरणों में आजीवन एवं जीवन पर्यन्‍त कारावास की सजा न्यायालयों ने सुनाई है। मध्य प्रदेश पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह सजग है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक तकनीकी डीसी सागर एवं फॉरेंसिक साइंस विभाग के संचालक डॉ हर्ष शर्मा ने भी सैंपल जांच से संबंधित प्रोटोकोल इत्‍यादि के बारे में उपयोगी जानकारी दी।
बैठक में अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक अन्‍वेष मंगलम व डी सी सागर, पुलिस महानिरीक्षक रेलवे डीपी गुप्ता तथा सहायक पुलिस महानिरीक्षक महिला अपराध शाखा श्रीमती शालिनी दीक्षित व शशिकांत शुक्‍ला सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
नाग
वार्ता
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