राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jun 26 2019 10:28PM भोपाल आते आते मानसून हुआ कमजोरभोपाल, 26 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश में दक्षिण पश्चिम मानसून के कमजोर पड़ने से बावजूद कहीं कहीं वर्षा हो रही है, लेकिन राजधानी भोपाल को मानसूनी बारिश के लिए अभी चार पांच दिन और इंतजार करना पड़ेगा।इस बीच आज शाम भोपाल में मानसून पूर्व (प्री मानसून) की बारिश की बौछारें पड़ी। छिंदवाड़ा जिले में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और दो व्यक्ति घायल हुए। इसी तरह पन्ना जिले में भी बिजली गिरने से दो बच्चों की मौत हो गयी और दो घायल हो गए। मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर आर त्रिपाठी ने यूनीवार्ता को बताया कि मानसून निष्क्रिय नहीं हुआ है, अलबत्ता कमजोर और शिथिल जरूर हुआ है, इसीलिए भोपाल तक आने में समय लग रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मानसून के यहां तक आने की रफ्तार कम हो गई है। उन्होंने बताया कि भोपाल में मानसून आने से पूर्व जो भी वर्षा होगी वह प्री मानसून की वर्षा कहलायेगी।श्री त्रिपाठी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बन रहा है और चार पांच दिन में मानसून के भोपाल तक आने की पूरी संभावना है। उन्होंने बताया कि इस बीच आज मध्यप्रदेश में कई स्थानों पर वर्षा हुई है। जिनमें सागर में 59 मिमी, सिवनी में 27 मिमी, उमरिया में 23 मिमी, धार में 18 मिमी और सतना में 6 मिमी वर्षा हुई है।इस दौरान भोपाल का अधिकतम तापमान आज कल के जितना ही 38़ 7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है। रात का भी तापमान सामान्य से 2़ 5 डिग्री ज्यादा 26़ 9 रहा।प्रदेश में सबसे अधिक तापमान रीवा और सागर में 40़ 2 तथा खजुराहो में 40 डिग्री दर्ज हुआ है। व्यास बघेल वार्ता