राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jul 7 2019 1:59PM रायसेन में चिड़ियाघर बनने का मार्ग प्रशस्तरायसेन, 07 जुलाई (वार्ता) मध्यप्रदेश के रायसेन जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर खरवई के पास 450 एकड़ क्षेत्र में चिड़ियाघर और रेस्क्यू सेंटर तैयार किए जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।केंद्र सरकार की ओर से इस सिलसिले में अंतरिम स्वीकृति वन विभाग को मिल गई है। इसके बनने से ईको पर्यटन को बढ़ावा मिलने की संभावना है। यहां दूसरे प्रदेश और देश के विभिन्न प्रजातियों के वन्यप्राणी, जलीय जीव और पक्षी रखे जाएंगे। राज्य सरकार ने चिड़ियाघर खोलने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा था। लगभग डेढ़ सौ एकड़ क्षेत्र में चिड़ियाघर और 300 एकड़ में रेस्क्यू सेंटर तैयार किया जाएगा।रायसेन के वन मंडलाधिकारी राजेश खरे ने आज बताया कि 23 करोड़ रूपयों की लागत से 450 एकड़ क्षेत्र में चिडि़याघर और रेस्क्यू सेंटर बनेगा। इसके अलावा यहां पर जिप लाइन प्रोजेक्ट भी प्रस्तावित है। इस जिप लाइन से लोग एडवेंचर के साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद भी उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि खरबई गांव में चिड़िया टोल की पहाड़ी के आसपास घने वन होने के साथ ही विभिन्न वन्य प्राणियों का रैन बसेरा भी है। खरबई पहाड़ी के पास जिप लाइन प्रोजेक्ट का काम तो लगभग पूरा हो गया है। इसकी टेस्टिंग का काम भी चल रहा है। 200 मीटर लंबी इस जिप लाइन पर लोग हवा में लटकते हुए एक छोर से दूर छोर तक पहुंचेंगे। इस दौरान वे तालाब, झरने, वन और प्राकृतिक खूबसूरती का ऊपर से आनंद उठा सकेंगे। उन्होंने बताया कि इतना ही लोग दूसरे छोर से वापस पहले छोर भी एडवेंचर करते हुए आ सकेंगे। जिप लाइन प्रोजेक्ट को जमीन से 15 फीट ऊंचाई पर स्थापित किया गया है । उन्होंंने कहा कि रायसेन जिला पर्यटन स्थलों और विश्व धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। चिड़ियाघर भी बन जाने पर पर्यटक और अधिक आकर्षक हो सकेंगे।सं प्रशांतवार्ता