राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jul 12 2019 6:19PM बांधवगढ़ में बढ़ाया जा रहा वनप्राणियों के लिए ग्रासलैंडउमरिया 12 जुलाई (वार्ता) मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ में वनप्राणियों की बढ़ती संख्या को देखते हुये यहां वर्षा काल में ग्रासलैंड बढ़ने के लिये घास लगाने और उन्हें संरक्षित करने की दिशा में कार्य इन दिनों किया जा रहा है।बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सूत्रों ने बताया कि बांधवगढ़ के 748 वर्ग किलोमीटर के कोर क्षेत्र में 2100 से 2300 हेक्टेयर में ग्रासलैंड वनप्राणियों के लिए उपलब्ध था जिसमें बांधवगढ़ की सीमा के अंदर खाली कराये गये ग्राम कल्लवाह, मिल्ली, मेलवाह, मगधी और कुम्हरवाह के ग्रासलैंड का क्षेत्रफल शामिल होने से ग्रासलैंड के क्षेत्रफल में साढे़ पांच प्रतिशत की बढोत्तरी हुयी है इसके साथ ही राजस्व की भूमि भी मिल जाने से कुल भूमि का बांधवगढ़ में 7 प्रतिशत भूभाग ग्रासलैंड हो गया है।बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में लगभग 60 हजार चीतल, 25 हजार हिरण, 10 हजार सांभर, 300 नीलगाय और 150 बायसन है ये सभी वनप्राणी शाकाहारी है जो घास, बांस के कोमल पत्तों के साथ अन्य हरी झाडियों पर निर्भर है।इन वनप्राणियों की जनसंख्या बढ़े इसके लिये ग्रासलैंड का विस्तार होना अतिआवश्यक माना जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में ग्रासलैंड को बारिश के मौसम सुधार करने और संरक्षित करने के लिए घास को खरपतवार मुक्त करने, वर्षा काल में उगने वाली घास को संरक्षित करने के साथ घास का व घास के बीज का रोपण कर ग्रासलैंड को तैयार किया जा रहा है, जिससे वर्षा ऋतु के उपरांत शाकाहारी वनप्राणियों को घास के लिए परेशान नहीं होना पड़े।सं नागवार्ता