राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jul 19 2019 5:09PM हाथियों की निगरानी से दाे गांव के लोगों को सुरक्षित बचायापत्थलगांव, 19 जुलाई (वार्ता) छत्तीसगढ़ के जशपुर वन मंडल के पत्थलगांव वन परिक्षेत्र का मयुरनाचा और तरेकेला के ग्रामीणों को समय पूर्व हाथियों की सूचना मिल जाने से यहां के 20 परिवार के लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।इन दिनों यहां जंगली हाथियों की संख्या में काफी इजाफा हो जाने के बाद यहां आए दिन उत्पात की घटना सामने आ रही हैं। हाथियों के उत्पात में कमी लाने तथा जनहानि शून्य करने की खातिर वन कर्मियों के छह अलग अलग दल रात और दिन जंगलों के बाहर रह कर कड़ी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं।पत्थलगांव वन अधिकारी अनिता साहू ने आज बताया कि हाथी से जनहानि की घटना के बाद वह हाथी अगले 48 घंटे तक काफी आक्रोशित रहता है। इस वजह कांसाबेल और धरमजयगढ़ क्षेत्र के कापू में कल उत्पात मचाने वाले हाथियों की गतिविविधियों पर सतत निगरानी रखी जा रही थी।उन्होंने बताया कि इन हाथियों का आबादी क्षेत्र की ओर रूख होते ही आसपास के ग्रामीणों को सतर्क कर देने से जनहानि की क्षति से बचाया जा सकता है। उन्होने बताया कि कल कांसाबेल और कापू क्षेत्र में हाथी से 3 जनहानि की घटना के बाद पत्थलगांव क्षेत्र में विशेष सावधानी बरती जा रही थी। यहां तरेकेला और मयुरनाचा गांव में हाथियों का दल पहुंचने के बाद भी उनसे छेड़छाड़ नहीं किए जाने से अप्रिय घटना काे टाल लिया गया।वन अधिकारी का कहना था कि जंगली हाथियों की उपस्थिति के दौरान उनसे दूरी बना कर पत्थरबाजी अथवा परेशान नहीं करने की समझाइश देकर लोगों को जागरूक करने के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।सं बघेल वार्ता