राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Aug 5 2019 2:59PM नक्सलवाद चुप बैठने से समाप्त नहीं होगा: डीआईजीराजनांदगांव, 05 अगस्त (वार्ता) छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के पुलिस उप महानिरीक्षक रतनलाल डांगी ने हाल ही में एक मुठभेड में सात नक्सलियों को मार गिराने को पुलिस की एक बड़ी कामयाबी बताते हुए कहा है कि नक्सल गतिविधियां समाज के लिए एक वायरस है, जो चुप बैठने से खत्म नहीं होगी।श्री डांगी ने कल यहां पत्रकारों को बताया कि नक्सलियों का अलग-अलग दलम विभिन्न सीमावर्ती जिलों में घूमता रहता है। इनका नेटवर्क अमरकंटक तक है। श्री डांगी ने कहा कि सात नक्सलियों के मारे जाने के पीछे इनकी सक्रियता संभव है कि ये अपने किसी बड़े नेता के इन क्षेत्रों में आगमन एवं कोई विशेष बैठकों में भाग लेने रोड ओपनिंग का काम भी कर रहे हो। मारे गए सभी नक्सली बस्तर के ही हैं, जिसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है।डीआईजी ने पुलिस को मिली सफलता पर जवानों को बधाई देते हुए कहा कि इससे भी बड़ी सफलता आगे मिलने वाली है। संभावित क्षेत्रों में गश्त जारी है, जहां पुलिस एवं सुरक्षा बलों को नक्सलियों के बड़े केडर का खात्मा भी करना है। आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़े खतरे नक्सलवाद पर हमारी नजर है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में राजनांदगांव, कवर्धा पुलिस एवं सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में नक्सलियों द्वारा बारूद, विस्फोटक व अन्य सामग्रियां डंप किया था, जिसे जब्त भी किया गया है।श्री डांगी ने स्वीकार किया कि अब तक पुलिस के समक्ष आत्म समर्पित नक्सल केडर के नेता पहाड़ सिंह जैसे लोगों की जानकारी, नक्सल समस्या एवं उन पर हमले का काम हो रहा है, सफलता भी मिल रही है। डीआईजी ने स्पष्ट कहा कि पुलिस विभाग में आरक्षक से आईजी, डीजीपी तक पूरी तरह से प्रशिक्षित रहते हैं, इसलिए कई बार शहरों में पदस्थ अधिकारी, कर्मचारियों को नक्सल क्षेत्र में पदस्थ किया जाता है। यह सजा नहीं उनकी योग्यता एवं प्रशिक्षण का लाभ नक्सलियों के विरूद्ध चलने वाली कार्रवाई में उपलब्धि के रूप में भी स्वीकार किया जाता है।सं बघेल वार्ता