Friday, Mar 29 2024 | Time 01:49 Hrs(IST)
image
राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़


मानसून के सक्रिय रहने से मध्यप्रदेश में अधिकांश जिलों में हुई वर्षा

भोपाल, 21 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश में मानसून के सक्रिय रहने से राज्य के अधिकतर जगहों पर कहीं तेज तो कही मध्यम बारिश होने का क्रम आज भी जारी रहा।
स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान मानसून राज्य के पूर्वी हिस्से के रीवा ,सागर, शहडोल, जबलपुर और होशंगाबाद संभागों के अधिकतर जिलों में सक्रिय रहा। इसके चलते यहां के अधिकतर जिलों में वर्षा हुई जबकि भाेपाल और उज्जैन संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। राज्य के शेष जिलों में भी कहीं कहीं बारिश दर्ज की गई है।
आगामी 48 घंटों के दौरान रीवा, सतना, सीधी, पन्ना, कटनी, सागर, टीकमगढ़, दमोह, छतरपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, जबलपुर, मंडला,नरसिंहपुर और बालाघाट में भारी से भारी वर्षा होने का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, अनूपपुर, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल, रायसेन, राजगढ़, विदिशा और सीहोर में भी कहीं कहीं भारी वर्षा की आशंका है। राज्य के शेष जिलों में बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है।
प्रदेश में जारी बारिश के कारण अधिकांश स्थानों पर दिन का तापमान 30 डिग्री के आसपास या इससे कम तथा रात्रि का तापमान 20 से 25 डिग्री के आसपास बना हुआ है। राजधानी भोपाल में आज दिन का तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 30़ 5 और न्यूनतम तापमान 23़ 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आज दिन में सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच वारासिवनी में 8 सेमी, गाडरवारा और दमोह में 7-7 सेमी, हनुमना और डिंडोरी में 6-6 सेमी, मलाजखंड, नरसिंहपुर, परसवाडा, पाटन और हरदा में 5-5 सेमी वर्षा दर्ज की गई है।
प्रदेश में जारी वर्षा के चलते नदी और नालों में पानी की आवक बनी हुई है। जबलपुर के बरगी, खंडवा के इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर, मंदसौर के रेतम बेराज, होशंगाबाद के तवा बांध सहित कई अन्य बांधों से आज भी अतिरिक्त पानी छोड़ा गया।
राज्य में जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से अधिकांश हिस्सों में बारिश का क्रम शुरू हुआ, जो एक तरह से लगातार चल रहा है। पिछले सप्ताह बारिश लगातार होने के कारण अनेक जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गयी थी। बारिश का क्रम अपेक्षाकृत कम होने से बाढ़ प्रभावित जिलों में स्थिति में सुधार हुआ है, हालाकि राहत एवं आपदा प्रबंधन के दल प्रत्येक जिले में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
विश्वकर्मा
वार्ता
image