राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Sep 14 2019 9:57PM ‘सायबर क्राइम इन्वेस्टीगेशन एवं इंटेलीजेंस समिट’ का समापनभोपाल, 14 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भौंरी में आयोजित हुई तीन दिवसीय ‘सायबर क्राइम इन्वेस्टीगेशन एवं इंटेलीजेंस समिट’ का आज शाम समापन हो गया।समापन सत्र को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं ज्यूडीशियल अकादमी के निदेशक न्यायमूर्ति जी. रघुराम ने कहा समाज में यह धारणा है कि आरोपी की गिरफ्तारी ही प्रकरण का समाधान है। पर असल सफलता तब है जब न्यायालय में आरोपी के खिलाफ दोष सिद्ध हो। इसके लिए अभियोजन और पुलिस को बेहतर समन्वय के साथ काम करने की जरूरत है।श्री रघुराम ने जनोन्मुखी पुलिसिंग पर जोर देते हुए कहा लोकसेवक के लिए देश का हर नागरिक नियोक्ता होता है। अतः लोकसेवक को मानवता को ध्यान में रखकर अपने काम को अंजाम देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आगे आने वाले समय में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी। इसलिए पुलिस को सायबर तकनीक में निपुण होकर विशेष सतर्कता के साथ काम करना होगा।उन्होंने सायबर इन्वेस्टीगेशन विषय पर आयोजित की गई समिट की सराहना की। साथ ही कहा इस प्रकार के सेमीनार पुलिस के लिए मददगार साबित होंगे।समिट के समापन अवसर पर विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण संजय राणा, पुलिस अकादमी के निदेशक के टी वाईफे, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस सुधार एम.एस.गुप्ता, मध्यप्रदेश ज्यूडीशियल अकादमी के उपनिदेशक यशपाल सिंह, फेसबुक इंडिया के सत्या व क्लीयर ट्रेल संस्था के वाईस प्रेसीडेंट मनोहर कटोच सहित समिट के आयोजन से जुड़ीं संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।समापन सत्र में मुख्य अतिथि ने 15 प्रतिभागियों को प्रतिक स्वरूप प्रमाण-पत्र प्रदान किए। इनके अलावा अन्य सभी प्रतिभागियों को भी प्रमाण पत्र दिए गए हैं। समिट में दो केन्द्रीय ऐजेंसियों एवं मध्यप्रदेश व जम्मू-काश्मीर सहित 24 राज्यों के सवा सौ से अधिक पुलिस अधिकारियों ने सायबर क्राइम से निपटने एवं आधुनिक तरीकों से खुफिया जानकारी जुटाने की बारीकियाँ सीखीं।इस समिट का आयोजन मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा सॉफ्ट क्लिक फाउंडेशन, यूनीसेफ व क्लीयर ट्रेल कम्यूनिकेशन एनालिटिक्स के सहयोग से किया गया। समिट में देश एवं दुनिया के विख्यात सायबर क्राइम व इंटेलीजेंस विशेषज्ञों द्वारा सायबर क्राइम रोकथाम के गुर सिखाए गए। यह समिट विशेष रूप से महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ होने वाले सायबर अपराध रोकने एवं पुलिस अधिकारियों की कार्य क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।इसमें विभिन्न राज्यों के पुलिस अधीक्षक से लेकर निरीक्षक स्तर तक के अधिकारियों ने भाग लिया।बघेल वार्ता