राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Sep 20 2019 9:47PM किसानों की हालात जानने मुख्यमंत्री भोपाल से बाहर नहीं निकले: पाटीदारखरगोन 20 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के पूर्व कृषि राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने आज आरोप लगाया है कि अतिवृष्टि के चलते फसलें खराब होने के बावजूद हालात जानने मुख्यमंत्री भोपाल से बाहर नहीं निकले हैं।श्री पाटीदार ने आज पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मध्यप्रदेश के निमाड़ क्षेत्र में कपास ,मिर्च और मक्के की फसल अतिवृष्टि के चलते खराब हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऋण माफी के धोखे से किसान उबर भी नहीं पाया था और उसने कर्ज लेकर फसलों की बोवनी की थी लेकिन अतिवृष्टि के चलते वह पुनः संकट में आ गया है।उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नुकसान का जायजा लेने अभी तक भोपाल से बाहर नहीं निकल पाए हैं और मंत्री गण भी केवल अपने स्वार्थ के चलते उनकी तरह ही अपनी विधानसभा को ही मध्यप्रदेश समझ बैठे हैं और अन्य स्थानों पर नहीं जा रहे हैं।उन्होंने कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के उस बयान की निंदा कि जिसके तहत उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को ऋण माफी का वादा नहीं करना चाहिए था और इसके लिये माफी मांग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे ऐसा कैसे कह सकते हैं, क्योंकि इसी मुद्दे पर कांग्रेस को सत्ता प्राप्त हुई है।उन्होंने कहा कि जो सरकार लोकतंत्र में जनता के लिए काम नहीं करती वह गिर जाती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऋण माफी का वचन नहीं निभाया गया और किसानों को फसल बीमा और मुआवजा नहीं प्राप्त हुआ तो भारतीय जनता पार्टी बड़ा आंदोलन छेड़ सरकार की नाक में दम कर देगी।आज भाजपा के प्रदेश व्यापी विरोध प्रदर्शन के आह्वान पर आयोजित पाटीदार के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन के उपरांत खरगोन के एसडीएम अभिषेक गहलोत को राज्यपाल के नाम 21 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया।सं नागवार्ता