राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Sep 26 2019 8:17PM पुलिस के विवेचना अधिकारियों ने धोखाधड़ी करने वालों को सजा दिलाने की बारीकियाँ सीखीभोपाल, 26 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस के विवेचना अधिकारियों ने वित्तीय संस्थाओं से धोखाधड़ी करने वालों को सजा दिलाने की बारीकियाँ सीखी।पुलिस मुख्यालय की ओर से आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार पुलिस अकादमी में ''वित्तीय एवं सहकारी संस्थाओं से संबंधित अपराध'' विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय प्रशिक्षण सह सेमीनार में प्रदेश भर से आये पुलिस के विवेचना अधिकारियों ने वित्तीय एवं सहकारी संस्थाओं से संबंधित अपराधों की विवेचना को कैसे प्रभावी बनाएँ। इन संस्थाओं में आर्थिक अपराध करने वालों को सजा दिलाने के लिए कौन-कौन से अधिनियम एवं प्रावधान है। इन सब की बारीकियाँ सीखीं। इस प्रशिक्षण सत्र में महानिदेशक आर्थिक अपराध के.एन.तिवारी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशासन एस.डब्ल्यू नकवी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कॉपरेटिव फ्रॉड डॉ राजेन्द्र मिश्र, प्रर्वतन निदेशालय के इंदौर स्थित इन्फोर्समेंट निदेशालय के उप निदेशक पलास भोयार, राज्य सहकारी संघ के प्रबंध निदेशक रितुराज रंजन, कंपनी सेक्रेट्री श्रीमती अनुराधा सिंघई, आईसीआईसीआई प्रु्डेंसियल के रिसोर्स पर्सन अमजद खान व आनंदो आकाश गुहा एवं आईसीआईसीआई बैंक भोपाल के क्षेत्रीय प्रबंधक भानू उमरे ने वित्तीय एवं सहकारी संस्थाओं से संबंधित अपराधों की विवेचना को प्रभावी बनाने के लिए उपयोगी जानकारी दी।महानिदेशक आर्थिक अपराध के.एन.तिवारी ने प्रतिभागियों को कहा कि इस प्रशिक्षण में वित्तीय एवं सहकारी संस्थाओं से संबंधित अपराधों से निपटने के बारे में उपयोगी जानकारी दी गई है। इस जानकारी का उपयोग कर पुलिस अधिकारी विवेचना को और प्रभावी बना सकते हैं। उन्होंने आर्थिक अपराधों की प्रकृति और दोषियों को सजा दिलाने से संबंधित गुर भी बताए।अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशासन एस.डब्ल्यू नकवी ने कहा प्रिवेंसन ऑफ मनीलॉड्रिग एक्ट में अधिसूचित जिन अपराधों में गंभीर प्रकृति की एफआईआर दर्ज होती हैं। यदि जरूरी समझा जाए तो संबंधित पुलिस अधीक्षक ऐसे प्रकरणों को अपराध अनुसंधान शाखा के माध्यम से प्रर्वतन निदेशालय को भेज सकते हैं।प्रर्वतन निदेशालय के इंदौर स्थित इन्फोर्समेंट निदेशालय के उप निदेशक पलास भोयार ने प्रिवेंसन ऑफ मनीलॉड्रिग एक्ट पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही पुलिस एवं प्रर्वतन निदेशालय की विवेचना की समानता एवं असमानता को भी रेखांकित किया।तकनीकी सत्रों में इसके अलावा अन्य विषय विशेषज्ञों द्वारा वित्तीय एवं सहकारी संस्थाओं से संबंधित आर्थिक अपराध के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम सह सेमीनार का समापन 27 सितंबर को होगा। नागवार्ता