राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Sep 28 2019 6:27PM प्रजातंत्र के तीनों स्तम्भ समग्र राष्ट्रीय विकास के संदर्भ में परस्पर पूरक : प्रजापतिभोपाल, 28 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कहा है कि भारतीय संविधान की यह विशिष्टता है कि प्रजातंत्र के तीनों स्तम्भ विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका जहां पर परस्पर पूरक हैं वहीं एक दूसरे के क्षेत्राधिकार का सम्मान करते हुए समग्र राष्ट्रीय विकास के उददेश्य से अपने अपने कार्यों को दक्षता के साथ संपादित भी करते हैं। म.प्र.विधानसभा सचिवालय से आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार यह उदगार श्री प्रजापति ने युगांड़ा की राजधानी कंपाला में आयोजित 64वें राष्ट्रीय संसदीय सम्मेलन के दूसरे दिन संसद व विधान मण्डलों की भूमिका एवं उनकी संवैधानिक शक्तियों का विभाजन जनता के प्रति जवाबदेही एवं पारदर्शिता विषय पर आयोजित कार्यशाला के दौरान व्यक्त किये।उन्होंने कहा कि वस्तुत प्रजातंत्रीय व्यवस्था का मूल उददेश्य संविधान द्वारा प्रदत्त व्यवस्थाओं के अंतर्गत लोकतंत्रात्मक शासन प्रणाली के माध्यम से जनसेवा एवं सर्वांगीण विकास करना है। श्री प्रजापति ने कहा कि भारत में आम निर्वाचन से पूर्व जनप्रतिनिधियों द्वारा जनता से किये गये वादों को निर्वाचन उपरांत जनकांक्षाओं के अनुरूप पूर्ण करने में संसद एवं विधान मण्डलों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।उल्लेखनीय है कि इस राष्ट्रकुल संसदीय सम्मेलन का त्वरित परिवर्तनशील राष्ट्रकुल में स्वीकार्य सहयोगी विधायी निकायों का प्रादुर्भाव ध्येय सूत्र है। वस्तुत राष्ट्रकुल संसदीय संघ एक अंतराष्ट्रीय संस्था है। यह संस्था 180 संसद और विधानमण्डलों के सदस्य देशों के सांसदों और विधायकों को लोकतांत्रिक प्रणाली के उच्चतम मानदण्डों के विकास के साथ ही सुशासन और स्थापित मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए संसदीय गतिविधियों के माध्यम से जोड़ती है।ज्ञातव्य हो कि 26 सितम्बर से कंपाला में आरम्भ तीन दिवसीय 64वें राष्ट्रकुल संसदीय सम्मेलन का उदघाटन युगांड़ा के राष्ट्रपति श्री योवेरी कागुटा मुसेवेनि के मुख्य आतिथ्य एवं युगांड़ा संसद के अध्यक्ष रेवेका कडागा की अध्यक्षता में किया गया था।इसके साथ ही विधानमण्डल सचिवों के सम्मेलन का आयोजन भी युगांड़ा की राजधानी कंपाला में हुआ । जिसमें विधानमण्डल कार्यवाही को आज के संदर्भ में जनोन्मुखी बनाने पर चर्चा की गई । कार्यक्रम में मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव ए पी सिंह सम्मिलित हुए । व्यासवार्ता