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शिखर सम्मानों का अलंकरण समारोह 18 नवंबर को

भोपाल, 16 नवंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश सरकार के शिखर सम्मानों का अलंकरण समारोह 18 नवम्बर को यहां भारत भवन में आयोजित किया जाएगा जिसमें संस्कृति, चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ सम्मानों के लिए चयनित प्रतिष्ठित साहित्यकारों एवं कलाकारों को प्रतिष्ठा सम्मानों से अलंकृत करेंगी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार अलंकरण समारोह में वर्ष 2016, 2017 एवं 2018 के सम्मान प्रदान किये जाएंगे। ये सम्मान हिन्दी साहित्य, उर्दू साहित्य, संस्कृत साहित्य, शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय संगीत, रूपंकर कलाऍं, नाटक, आदिवासी एवं लोक कलाओं और दुर्लभ वाद्य वादन के क्षेत्र में प्रदान किये जाएंगे।
अलंकरण समारोह में 27 लेखक और कलाकार सम्मानित होंगे। सभी सम्मानित लेखकों एवं कलाकारों को एक-एक लाख रुपये की सम्मान राशि, सम्मान पट्टिका, शाल एवं श्रीफल भेंट किया जाएगा। प्रस्तुति के पूर्व शिखर सम्मान रूपंकर कलाएं तथा आदिवासी एवं लोक कलाओं के क्षेत्र में सम्मानित चित्रकारों एवं शिल्पकारों की प्रदर्शनी रंगदर्शिनी दीर्घा में आरंभ होगी। अलंकरण समारोह के उपरांत शिखर सम्मान शास्त्रीय नृत्य के क्षेत्र में सम्मानित डॉ. लता सिंह मुंशी द्वारा शिष्याओं के साथ भरतनाट्यम की प्रस्तुति होगी।
इसके पश्चात शिखर सम्मान शास्त्रीय संगीत से सम्मानित प्रसिद्ध तबला वादक विजय घाटे की प्रस्तुति होगी। विभिन्न विधाओं में शिखर सम्मान से हिन्दी साहित्य क्षेत्र में वर्ष 2016 के लिए स्वयं प्रकाश भोपाल, वर्ष 2017 के लिए नरेन्द्र जैन उज्जैन और वर्ष 2018 के लिए शशांक भोपाल को सम्मानित किया जा रहा है।
उर्दू साहित्य के क्षेत्र में वर्ष 2016 के लिए डॉ. मुजफ्फर हनफी दिल्ली, वर्ष 2017 के लिए डॉ. राहत इन्दौरी, इंदौर और वर्ष 2018 के लिए प्रो. सादिक अली, दिल्ली सम्मानित होंगे। संस्कृत साहित्य के क्षेत्र में वर्ष 2016 का सम्मान डॉ. राधावल्लभ त्रिपाठी भोपाल, वर्ष 2017 का सम्मान प्रो. भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी वाराणसी और वर्ष 2018 का सम्मान डॉ.कृष्णकान्त चतुर्वेदी, जबलपुर को दिया जा रहा है।
इसी प्रकार शास्त्रीय नृत्य के क्षेत्र में वर्ष 2016 के लिए विभा दाधीच इंदौर, वर्ष 2017 के लिए डॉ. सुचित्रा हरमलकर इंदौर और वर्ष 2018 के लिए डॉ. लता सिंह मुंशी भोपाल सम्मानित होंगी। इसी तरह, शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में वर्ष 2016 के लिए पं. सिद्धराम स्वामी कोरवार भोपाल, वर्ष 2017 के लिए पं. किरण देशपाण्डे भोपाल और वर्ष 2018 के लिए पं. विजय घाटे पुणे को सम्मानित किया जा रहा है।
रूपंकर कलाओं के लिए वर्ष 2016 का सम्मान आर.सी. भावसार उज्जैन, वर्ष 2017 का सम्मान निर्मला शर्मा भोपाल, और वर्ष 2018 का सम्मान सुश्री सीमा घुरैया भोपाल को दिया जा रहा है। नाटक के क्षेत्र में वर्ष 2016 का सम्मान श्रीमती पापिया दासगुप्ता भोपाल, वर्ष 2017 का सम्मान लोकेन्द्र त्रिवेदी दिल्ली और वर्ष 2018 कन्हैयालाल कैथवास उज्जैन को दिया जा रहा है।
आदिवासी एवं लोक कलाओं के लिए वर्ष 2016 का सम्मान ललताराम मरावी डिंडौरी, वर्ष 2017 का सम्मान लक्ष्मी त्रिपाठी छतरपुर और वर्ष 2018 का सम्मान लाडो बाई भोपाल ग्रहण करेंगी। दुर्लभ वाद्य वादन के क्षेत्र में वर्ष 2016 के लिए मैहर वाद्यवृन्द मैहर, वर्ष 2017 के लिए सुविर मिश्र मुम्बई और वर्ष 2018 के लिए संजय पंत आगले इंदौर जूरी द्वारा चयनित हुए हैं।
बघेल
वार्ता
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