राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jan 5 2020 10:54PM गांधीवादी विचार ही फलीभूत कर रहे ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की अवधारणा-कमलनाथछिंदवाड़ा, 05 जनवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए गांधीवादी विचार ही ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की अवधारणा को फलीभूत कर रहा है। श्री कमलनाथ ने यहाँ गांधी प्रवास शताब्दी शुभारंभ समारोह के अंतर्गत गांधी जी के प्रथम नगर आगमन के सभास्थल के सौंदर्यीकरण कार्य के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 'जय जगत यात्रा' से युवा पीढ़ी का जुड़ाव यह दर्शाता है कि गांधी जी के संदेश को देश ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व में प्रसारित करना वर्तमान समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि 'जय जगत यात्रा' में शामिल हुए विदेशी पदयात्री इसका अनूठा उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। उनका यह कार्य नई पीढ़ी को सीख प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि अफ्रीका प्रवास के दौरान उनकी मुलाकात एक देश के राष्ट्रपति से हुई। उनके कक्ष में गांधी जी की प्रतिमा का होना यह बता रहा था कि गांधी जी को भारत ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व आदर्श के रूप में मानता है। उन्होंने कहा कि जय जगत यात्रा का छिंदवाड़ा में आगमन होना भारतीय संस्कृति की इस नगरी के लिए गौरव की बात है। युवाओं के लिये गांधी जी का संदेश वर्तमान में और अधिक प्रासंगिक है। उन्होंने जय जगत यात्रा का नेतृत्व कर रहे श्री राजगोपाल एवं उनके गांधीवादी चिंतक पदयात्रियों की सराहना की। इस अवसर पर प्रख्यात गांधीवादी चिंतक श्री राजगोपाल ने बताया कि जय जगत यात्रा की शुरूआत 2 अक्टूबर 2019 को दिल्ली के महात्मा गांधी की समाधि राजघाट से शुरू हुई है। राजघाट में प्रार्थना कर और वहाँ की पावन मिट्टी को कलश में आशीर्वाद स्वरूप लेकर भारत के अलग-अलग राज्यों और 15 अन्य देशों के 50 पदयात्री 365 दिन की पदयात्रा कर 10 देशों से होते हुए इस यात्रा का समापन 30 जनवरी को सेवा ग्राम वर्धा में करेंगे। यह यात्रा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 2 अक्टूबर 2020 को स्विट्जरलैंड, जिनेवा पहुँचेगी। महात्मा गांधी और कस्तूरबा गांधी के 150वें जन्म शताब्दी वर्ष में यह यात्रा अहिंसा और न्याय के साथ-साथ गरीबी उन्मूलन, जलवायु संकट, असमानता हटाओ और युद्ध रहित दुनिया के ध्येय के साथ चार मुद्दों को लेकर अक्टूबर 2020 में संयुक्त राष्ट्र से संवाद करेगी।विश्वकर्मावार्ता