राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jan 20 2020 12:36PM विस्थापित किए जाने से पहले एसडीएम ने किया ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षणउमरिया, 20 जनवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ नेशनल टाईगर रिजर्व पार्क के पनपथा क्षेत्र में बसे सेजवाही गांव के लोगों के विस्थापित होने से पहले मानपुर एसडीएम डॉ योगेश तुकाराम ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया।आधिकारिक जानकारी के अनुसार मंगलवार (14 जनवरी) को मानपुर एसडीएस डॉ तुकाराम राजस्व टीम के साथ जंगल में बसे सेजवाही गांव निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। इस गांव के लोगों को नेशनल टाईगर रिजर्व पार्क बांधवगढ से विस्थापित किया जाना है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने महसूस किया कि गांव के विस्थापन से पहले यहाँ के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य की जरूरत है। इसके बाद उन्होंने मानवता का धर्म निभाते हुए गांव में मुआवजा निराकरण के लिए राजस्व कैंप के साथ एक टीम लोगों के स्वास्थ्य की जांच के लिए लगा दी। उन्होंने अपनी पत्नी के साथ शिविर में लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया।सूत्रों के अनुसार जिला मुख्यालय मुख्यालय से लगभग 55 किमी. दूर घने जंगल सेजवाही गांव बसा है। टाईगर रिजर्व होने के कारण यहाँ लोगों को जंगली जनवरों का खतरा रहता है, इसलिए इसे विस्थापित गांव की सूची में शामिल किया गया है। 901 जनसंख्या वाले इस गांव में 338 पात्र परिवारों को मुआवजा मिलना है। मुआवजा मिलने के बाद गॉंव को खाली करने की कार्रवाई की जायेगी।इस संबंध में एसडीएम डॉ तुकाराम ने बताया कि सरकार के सभी कार्य लोगों को सुविधा और सेवा देने के लिए होते है। स्वास्थ्य मानव जीवन की पहली प्राथमिकता होती है, इसलिए शासकीय दायित्वों के निर्वहन के पहले स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों का विश्वास जीतना जरूरी था। उन्होंने कहा कि मैंने विस्थापन के पहले गांव का भ्रमण किया था। लोगों से मिलने के बाद लगा उन्हें मुआवजे के पहले बेहतर स्वास्थ्य की जरूरत है, इसलिए स्वास्थ्य और राजस्व के कैम्प पूरे दिन लगाने का निर्णय लिया गया। इससे लोगों से सीधा संवाद होने के बाद उनकी समस्या जानने में भी सहूलियत हुई।सं विश्वकर्मावार्ता