राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jan 22 2020 1:10PM पंजाब सरकार और अकालीदल के दलों ने कराहल में पीड़ितों से मुलाकात कीश्योपुर, 22 जनवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के कराहल वनांचल में जिला प्रशासन द्वारा भू-माफिया अभियान के तहत एक माह पहले पंजाब के सिख समाज के दर्जन भर किसानों की जमीनों और फार्म हाउसों को तोड़ने के मामले को लेकर कल दोपहर पंजाब सरकार के राजस्व मंत्री एवं विधायकों और अधिकारियों के दल के आगमन के बाद शाम को पंजाब के प्रमुख विरोधी दल अकाली दल के सांसदों ने भी कराहल में पीड़ितों से मुलाकात की है।जिले में भू-माफिया के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के दौरान एक माह पहले जिला प्रशासन ने सिख समाज के पंजाब से आकर यहाँ बसे दर्जन भर किसानों की जमीनों और फार्म हाऊस को सरकारी तथा वन भूमि बताकर कार्रवाई की थी। यह मामला पिछले महीने से लोगों के बीच चर्चा का केंन्द्र रहा। इस मामले को लेकर कल पीड़ितों से मिलने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के निर्देशन में वहाँ के राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ एवं कांग्रेस के दो विधायक हरमिंदर सिंह गिल, कुलदीप वैद और प्रमुख अधिकारियों का दल कराहल आया। इस दल ने पीड़ितों के गाँवो में नुकसान को मौके पर जाकर देखा और पीड़ितों के दस्तावेज देखे।इस मौके पर मंत्री गुरप्रीत ने जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल और पुलिस अधीक्षक नागेंद्र सिंह से जिला प्रशासन द्वारा की कार्यवाही पर नाराजगी जताई। उन्होंने कार्रवाई को अवानवीय बताते हुए कहा कि पीड़ित के पास पट्टे होने पर भी उनको क्यो हटाया गया। वहीं जिला अधिकारियों ने इस कार्यवाही को सही बताते हुए ‘इस क्षेत्र के जंगल की जमीनों को जनजातीय सहरिया आदिवासी क्षेत्र बताया’ और कहा कि ये जमीन गलत तरीके से पूर्व तहसीलदार अमिता सिंह तोमर द्वारा 2010 एवं 2011 में अवैध तरीके से दी गई है।पंजाब के राजस्व मंत्री ने इस मामले में प्रशासन और निजी लोगों की मिलीभगत का आरोप लगाया, लेकिन प्रदेश कांग्रेस सरकार को क्लीन चिट दी। शाम के समय पंजाब से अकाली दल के पूर्व सांसद चंदू माधरा और राज्यसभा सांसद बलविंदर सिंह धुंधल तथा एसजीपीसी अमृतसर के जगदीप सिंह काला और सरबजीत सिंह बिरख ने कराहल गुरुद्वारा में भारी संख्या में उपस्थित सिख समाज के लोगों एवं पीड़ितों से भेंट की और इस कार्यवाही के लिए मध्यप्रदेश सरकार को जिम्मेदार बताया।सं विश्वकर्मावार्ता