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उद्योग '4.0' के लिए हमें जीवन में सतत सीखने का सूत्र अपनाना चाहिए: डॉ. मजूमदार

भोपाल, 11 फरवरी (वार्ता) यूनेस्को-यूनिवॉक, जर्मनी के पूर्व प्रमुख डॉ. श्यामल मजूमदार ने कहा कि पुरी दुनिया इस समय डिजिटलाइजेशन की ओर तेजी से बढ़ रहे है और ऐसे में उद्योग “4़ 0” के लिए हमें करके सीखने के सूत्र को अपनाने की जरूरत है।
डॉ मजूमदार आज यहां यह बात पीएसएस केन्द्रीय व्यवसायिक शिक्षा संस्थान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के शुभारंभ अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि आज के इस परिवर्तन के चलते स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय सभी तकनीकी पर फोकस कर रहे हैं। उन्होंने प्रजेटेंशन के माध्यम से वर्तमान में व्यावसायिक शिक्षा के महत्व और बाजार के अनुसार कार्यबल की मांग के बारे में भी जानकारी दी।
संस्थान के संयुक्त निदेशक प्रो. राजेश पुं. खंबायत ने बताया कि देशभर में आज लगभग 1000 स्कूलों ने व्यावसायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है, जिससे अनेकों छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। इसमें मानव संसाधन विकास मंत्रालय, एनसीईआरटी एवं पीएसएससीआईवीई का महत्वपूर्ण योगदान है। अब हमें भविष्य में होने वाले तकनीकी परिवर्तन के तहत उद्योग ‘4.0’ स्तर पर तैयारी करने की जरूरत है।
डॉ. लमिछाने ने कहा कि टीवीईटी शिक्षा व्यवस्था में वृद्धि के लिए विश्व स्तर पर प्रयास जारी है। शिक्षा में गुणवत्ता पर फोकस होना चाहिए। इसकी कमी हमारे देश की व्यवस्था को पीछे कर सकती है। उन्होंने कहा कि हमें एक बैंचमार्क बनाने की जरूरत है। शिक्षकों के कौशल विकास को बढ़ाना है। टीवीईटी की सहभागिता से भारत में तकनीकी एवं शैक्षिक गतिविधियों को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमें व्यावसायिक शिक्षा में गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रीत करने की जरूरत है। टीवीईटी हमारे भविष्य की संभावनाओं को पूरा करने में सहायक है।
संगोष्ठी में डॉ. सी. थंगराज ने कहा कि पिछले दस वर्षों से भारत ने व्यावसायिक शिक्षा की ओर रुख किया है। उन्होंने कहा कि हमारी बढ़ती जनसंख्या के अनुसार अपनी नीति, शिक्षा, तकनीकी और कौशल को बदलने की जरुरत है। हमारे शिक्षण एवं प्रशिक्षण कौशल को तकनीकी स्तर पर लाना है, जो विश्व स्तर पर हमें ले जा सके। एमएसआरडी के तहत केन्द्र सरकार इसके लिए निरंतर कोशिश कर रही है। उन्होंने जोर दिया कि कौशल के क्षेत्र में भी विशेष काम करने की जरूरत है। साथ ही भविष्य में आने वाली समस्याओं एवं मांग के अनुसार, रणनीति तैयार करनी है।
क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के प्राचार्य प्रो. एन. प्रधान ने कहा कि आज युवाओं की संख्या जितनी है उतनी ही व्यावसायिक शिक्षा सफल है। उन्होंने कहा कि पीएसएससीआईवी ने देशभर में व्यावसायिक शिक्षा को स्कूलों में युवाओं तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ली, जिससे हमारे युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके।
यूनेस्को-यूनिवॉक और सीपीएससी के सहयोग से आयोजित इस संगोष्ठी में व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे देश-विदेश के विशेषज्ञों सहित लगभग 500 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर पीएसएससीआईवीई के संयुक्त निदेशक प्रो. खंबायत, डॉ. श्यामल मजूमदार, कोलम्बो प्लान स्टाफ कॉलेज (सीपीएससी) मनीला (फिलिपिंस) के प्रबंध निदेशक डॉ. रामहरि लमिचाने, क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के प्राचार्य प्रो. एन. प्रधान, एनटीटीटीआर के निदेशक डॉ. सी. थंगराज और एनएसडीसी के मुख्य रणनीति अधिकारी, अरुण कुमार पिल्लई उपस्थित थे।
नाग
वार्ता
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