राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Mar 15 2020 10:58PM नोवल कोरोना वायरस का मध्यप्रदेश में अभी तक कोई पॉजिटिव प्रकरण नहींभोपाल, 15 मार्च (वार्ता) मध्यप्रदेश में नोवल कोरोना वायरस का अभी तक कोई प्रकरण पॉजिटिव नहीं मिला है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार राज्य सर्विलेंस इकाई नए दिशा-निर्देश एवं परामर्शों के लिए केन्द्र के संपर्क में है। नोवल कोरोना वायरस बीमारी की जानकारी और मार्गदर्शन के लिये दो कॉल सेन्टर 104 को राज्य स्तर पर क्रियाशील हैं। इनमें अब तक 1085 कॉल प्राप्त हो चुके हैं। प्रभावित देशों से आने वाले नए संभावित प्रकरणों को दर्ज कर सर्विलेंस एवं आईसोलेशन में रखा गया है।समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को नोवल कोरोना वायरस बीमारी के संबंध में भारत सरकार की ट्रेवल एडवाईजरी, पब्लिक हेल्थ एक्ट की अधिसूचना तथा सामुहिक समारोहों के आयोजन के दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। प्रचार प्रसार के माध्यम से जनसामान्य को सलाह दी गई है कि श्वसन शिष्टाचार का उपयोग करें, बार-बार अपने हाथ धोएं, खाँसी/छींकते समय अपनी नाक और मुंह को टिशू पेपर, रूमाल या कोहनी से ढंके। हाथ मिलाकर अभिवादन न करें बल्कि नमस्ते या आदाब करें। अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें तथा लक्षण होने पर 28 दिनों तक होम आईसोलेशन में रहें।इस बीमारी से निपटने के लिए राज्य सरकार ने निगरानी तथा नियंत्रण उपायों को सुदृढ़ किया है। आज दिनांक 15 मार्च तक नोवल कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले 841 यात्रियों की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 417 यात्री अपने घरों में आइसोलेशन में रखे गए हैं तथा 358 यात्रियों का सर्विलेंस पूरा हो चुका है। संभावित 31 प्रकरणों के सेंपल जाँच के लिये एनआईवी पुणे, इंदिरा गांधी शासकीय मेडिकल कॉलेज नागपुर एवं एम्स भोपाल भेजे गए थे। उनमें से 26 की रिपोर्ट निगेटिव आई है तथा 5 की रिपोर्ट आना बाकी है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर एयरपोर्ट पर प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।संभावित नोवल कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) के सेम्पल की जाँच सुविधा एम्स, भोपाल एवं राष्ट्रीय जनजाति स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान जबलपुर में उपलब्ध है।आज यहाँ मंत्रालय में मंत्रिपरिषद की बैठक में नोवल कोरोना वायरस बीमारी की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। विशेष तैयारियों एवं आपदा स्थिति से निपटने के लिये अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान किये जाने के संबंध में निर्णय लिया गया।वर्तमान में नोवल कोरोना वायरस बीमारी के प्रकरण विश्व के 135 देशों में दर्ज किये गये हैं। भारत में अब तक 107 नोवल कोरोना वायरस बीमारी के प्रकरण एवं 2 मृत्यु दर्ज की गयी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे अंतर्राष्ट्रीय महत्व का पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार 15 मार्च तक पूरे विश्व में 1,42,539 प्रकरण दर्ज किये गये। हैं, जिनमें 5393 की मृत्यु हुई है।विश्वकर्मावार्ता