राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: May 14 2020 8:15PM महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश की सीमा पर पहुंचे मजदूरों ने किया पथरावबड़वानी 14 मई (वार्ता): महाराष्ट्र से अपने प्रदेशों की ओर जाने के लिए निकले प्रवासी मजदूरों ने मध्य प्रदेश की सीमा से उन्हें ले जाने के लिए आने वाली बसों में कथित विलंब के चलते आज अपरान्ह राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम कर पथराव कर दिया।बड़वानी के जिला कलेक्टर अमित तोमर ने बताया कि प्रवासी मजदूरों ने मध्य प्रदेश महाराष्ट्र सीमा से करीब 5 किलोमीटर दूर बसों से ले जाने की व्यवस्था के स्थल भंवरगढ़ के समीप आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम कर दिया तथा पथराव भी किया। उन्होंने बताया कि पथराव में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूर बसों के आने में विलंब होने के चलते नाराज थे। उन्होंने बताया कि 12 मई से आरंभ हुई बस से ले जाने की व्यवस्थाओं में पहले दिन 104 बसें व दूसरे दिन 110 बसों से प्रवासी मजदूरों को देवास पहुंचाया गया था तथा आज 160 बसों के माध्यम से करीब 15,000 से अधिक प्रवासी मजदूरों को देवास के लिये रवाना किया गया है तथा यह प्रक्रिया फिलहाल जारी है। उन्होंने कहा कि बसों, चालक परिचालक ईंधन आदि की व्यवस्था करने में निर्धारित समय लगता है लेकिन अपने घरों के लिए जाने के लिए उद्द्यत मजदूर बहुत जल्दी आक्रोशित हो जाते हैं और हंगामा कर देते हैं।उन्होंने बताया कि 11 मई की शाम से पैदल व साइकिल से मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर रहे प्रवासी मजदूरों को बिजासन पर रोककर ठहराया जा रहा है , साथ ही महाराष्ट्र शासन द्वारा मध्य प्रदेश सीमा तक बसों से भी उनके भेजने की व्यवस्था की गई है । मजदूरों को भोजन की व्यवस्था करने के उपरांत अगले दिन सुबह नाश्ता करा कर बसों के माध्यम से रवाना किया जा रहा है। दिन में आने वाले मजदूरों को ले जाने के लिए सीमा से कुछ किलोमीटर दूर भंवरगढ़ के समीप व्यवस्था की गई है।सेंधवा के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस टी एस बघेल ने बताया कि महाराष्ट्र शासन द्वारा दी गई अधिकृत जानकारी के मुताबिक आज 7 से 8000 मजदूरों के मध्य प्रदेश सीमा पर पहुंचने की सूचना थी किंतु करीब 15000 मजदूरों के आ जाने के चलते व्यवस्थाओं में दिक्कत पड़ रही है।कल प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट की वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान क्षेत्रीय सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने मध्य प्रदेश महाराष्ट्र सीमा पर उत्पन्न हो रही विषम परिस्थितियों के मद्देनजर मांग की थी कि महाराष्ट्र से विभिन्न प्रदेशों की ओर जाने वाले मजदूरों को ट्रेन सेवा से ही भेजा जाए। उनका कहना था कि विभिन्न स्थानों पर रोके जाने व गाड़ियां बदलने के चलते वे परेशान हो जाते हैं तथा हंगामा करते हैं । इन घटनाओं के चलते पुलिस तथा प्रशासन की ऊर्जा कोरोना वायरस संक्रमण की चेन ब्रेक करने के लिये लॉक डाऊन का पालन कराने की बजाय बजाय सीमा पर लगानी पड़ रही है। उन्होंने यह भी कहा था कि मजदूरों के इस तरह से सड़क मार्ग का उपयोग कर आने से क्षेत्र में संक्रमण का खतरा भी है। उल्लेखनीय है कि बड़वानी जिले में अब तक सबसे अधिक कोरोनावायरस पॉजिटिव सेंधवा में ही पाए गए हैं।उल्लेखनीय है कि 3 मई को भी महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश व बिहार जा रहे हैं मजदूरों ने मध्य प्रदेश सीमा पर रोके जाने के चलते आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर पथराव कर दिया था जिसके चलते सेंधवा के एसडीएम, बड़वानी की एडीशनल एसपी कुछ अधिकारी तथा तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। करीब डेढ़ महीनों से अधिक समय से मध्य प्रदेश महाराष्ट्र सीमा पर पहुंचने वाले प्रवासी मजदूरों के आने के चलते पुलिस तथा प्रशासन का बड़ी संख्या में अमला वहां लगाना पड़ रहा है। पथराव की घटना के बाद निमाड़ रेंज के डीआईजी की पहल पर क्यू आर एस की कंपनी तैनात की गई थी किंतु अब यह पुनः वापस बुला ली गई है।सं नागवार्ता