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फीवर क्लीनिकों को आदर्श बनायें-शिवराज

भोपाल, 28 मई (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में फीवर क्लीनिकों को आदर्श बनाया जाए, जिससे कोरोना संकट के दौरान कोई भी व्यक्ति वहाँ पर आसानी से जाकर अपने स्वास्थ्य की जाँच करवा सकें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज यहाँ मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 1577 फीवर क्लीनिक्स कार्य कर रहे हैं। धीरे-धीरे इनका विस्तार किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण समाप्त होने के बाद ये क्लीनिक सभी बीमारियों के उपचार के लिये भी अच्छे केन्द्र बनें।
उन्होंने समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में प्रत्येक प्रवासी मजदूर सहित सभी मजदूरों को कार्य दिलाये जाने के लिये शुरू किये गये ‘श्रम सिद्धी अभियान’ के तहत अभी तक 4 लाख 78 हजार 247 प्रवासी मजदूरों को जॉब कार्ड बनाकर दिये गये हैं तथा रोजगार भी दिया जा गया है। प्रदेश में मनरेगा के तहत 23 लाख 01 हजार 921 मजदूरों को काम दिया गया है। इनमें से 9 लाख 44 हजार 914 मजदूरों को जल संग्रहण के कार्य में लगाया गया है। पूरे देश में मनरेगा कार्य में लगाये गये मजदूरों की संख्या मध्यप्रदेश में सर्वाधिक है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश का कोरोना डबलिंग रेट 23 दिन हो गया है, जबकि देश की दर 16 दिन है। मध्यप्रदेश का कोरोना रिकवरी रेट 54.3 प्रतिशत हो गया है जबकि देश की रिकवरी रेट 42.8 प्रतिशत है। श्री चौहान ने निर्देश दिए कि नीमच जिले के जावद क्षेत्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए वहां आगामी दिनों के लिए टोटल लॉकडाउन करें।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने निर्देश दिए है कि इंदौर एवं उज्जैन जिलों में कोरोना संक्रमण को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए इन शहरों की एक-एक गली पर फोकस करें। हमें कोरोना संक्रमण को हर हालत में रोकना है।
भिंड कलेक्टर ने समीक्षा में बताया कि जिले में 53 कोरोना संक्रमित मरीज थे, जिनमें से 12 स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। जिले में उपचार की सभी व्यवस्थाएं अच्छी हैं। धार जिले की समीक्षा में बताया गया कि जिले में 120 कोरोना संक्रमित मरीज थे, जिनमें से 105 स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। यहाँ की रिकवरी रेट 87.5 प्रतिशत है। जिलों में कॉन्ट्रेक्ट ट्रैसिंग पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए गए। एसीएस हैल्थ श्री सुलेमान ने बताया कि वर्तमान में हमारी कोरोना टैस्टिंग कैपिसिटी 6 हजार टैस्ट प्रतिदिन हो गयी है। प्रदेश में 20 कोरोना टैस्टिंग लैब है।
विश्वकर्मा
वार्ता
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