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मध्यप्रदेश में अधिकांश स्थानों पर बाजारों में चहलपहल बढ़ी

भोपाल, 01 जून (वार्ता) वैश्विक महामारी कोरोना के प्रकोप के कारण पिछले लगभग 68 दिनों तक लागू रहे लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंधों के काफी शिथिल हो जाने के बाद अब राजधानी भोपाल समेत मध्यप्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बाजारों में रौनक लौटने लगी है।
राज्य में इंदौर, भोपाल और उज्जैन सबसे बड़े हाटस्पाट अभी भी बने हुए हैं। भोपाल में रेड जोन वाले इलाकों को छोड़कर शहर में अधिकांश दुकानें खुल गयी हैं। आज यहां के मुख्य मार्गोँ और खासतौर से नए शहर में कई दिनों बाद काफी चहलपहल नजर आयी। हालाकि सार्वजनिक परिवहन सेवा से संबंधित वाहन अभी नहीं चल रह हैं। रेड जोन रहित पुराने शहर में दुकानें खुलने लगी हैं।
राज्य में सबसे अधिक प्रभावित इंदौर से यूनीवार्ता के अनुसार 'अनलॉक वन' के पहले दिन शहर में दुकानदारों ने कई दिनों बाद अपनी दुकानों और प्रतिष्ठानों के शटर उठाए। इसके बाद साफ सफाई और पूजा भी की। इसके बाद ग्राहकी भी शुरू हो गयी। वहीं रेड जोन के तहत आने वाले कंटोनमेंट क्षेत्र में सड़कें और गलियां सूनी रहीं। इन इलाकों में लॉकडाउन बढ़ाया गया है और पहले की तरह प्रतिबंध जारी रहेंगे।
इंदौर शहर में कुछ शर्तों के साथ बाजार खुले, तो सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्र बेटमा, राऊ, गौतमपुरा, हातोद, मानपुर, देपालपुर और सांवेर में लगभग सभी दुकानों के शटर आज खुल गए। इंदौर में अनिवार्य सेवा वाली दुकानों के खुलने का समय सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक और अन्य सेवाएं और दफ्तर खुलने का समय सुबह 11 बजे से अपरान्ह चार बजे तक रखा गया है।
इंदौर में कल रात जारी आदेेश के अनुसार शहर के मध्य क्षेत्र (जोन वन) को छोड़ कर सिटी और आउटर एरिया में लगभग सभी तरह की दुकानें और कार्यालय खुल गए। आउटर एरिया में कार्यालय 50 प्रतिशत स्टाफ और सिटी एरिया में 33 प्रतिशत स्टाफ के साथ काम शुरू हुआ है।
फल, सब्जी की दुकानें तो नहीं खुलीं, लेकिन गलियों में निकले ठेले वालों की आवाज भी आज लंबे समय बाद सुनायी दी। अनलॉक वन का असर सुबह की सैर करने वालों पर भी नजर आया और काफी लोग घर के बाहर दिखायी दिए। इसके विपरीत रेड जोन वाले इलाकों जैसे रामानंद नगर आदि में सड़कें अभी भी सूनी हैं और लोग घरों में ही बंद रहने काे मजबूर हैं।
उज्जैन, देवास, धार, खरगोन, खंडवा, शाजापुर, आगरमालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम और पश्चिमी हिस्से के अन्य जिलों में भी रेड जोन के अलावा वाले हिस्सों में बाजार गुलजार होने लगे हैं। अब पुलिस की सख्ती भी काफी कम नजर आयी। सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या भी बढ़ रही है।
वहीं राज्य के बुंदेलखंड, विंध्य और महाकौशल अंचल के अधिकांश जिलों में लॉकडाउन फोर के दौरान ही काफी रियायतें मिल गयी थीं। हालाकि आज से और ढील मिलने के कारण बाजारों में अब चहलपहल काफी देखी जा रही है। अभी धार्मिक स्थल, सिनेमाहाल, सार्वजनिक स्थल, स्कूल और कोचिंग आदि पूरी तरह बंद हैं। स्थानीय प्रशासन स्थिति की नियमित समीक्षा कर अपने अपने शहर या जिले में बाजार खोलने संबंधी अन्य निर्णय भी ले सकेंगे।
वहीं राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वरिष्ठ अधिकारी और आपदा प्रबंधन समूह सभी 52 जिलों की स्थिति पर पूरी तरह नजर रखे हुए है और जरुरत पड़ने पर केंद्र से प्राप्त दिशानिर्देशों के अनुरूप अपनी ओर से भी निर्देश दे रहे हैं।
राज्य में कल रात तक की स्थिति के अनुसार कोरोना संक्रमण के 8089 मामले सामने आए हैं। इनमें से 350 की मौत हो चुकी है और 4842 स्वस्थ हो चुके हैं। अब एक्टिव केस यानी अस्पताल में इलाजरत मरीजों की संख्या 2897 है। राज्य के 52 में से 51 जिलों में कोरोना संक्रमण पहुंच चुका है। राज्य मेें पहला मामला जबलपुर में 20 मार्च को सामने आया था।
प्रशांत
वार्ता
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