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जबलपुर संभाग में 691 बाढ़ प्रभावितों को किया गया रेस्क्यू

जबलपुर, 30 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश के जबलपुर संभाग के तीन जिलों में 691 बाढ़ प्रभावितों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार जबलपुर संभाग के नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा एवं सिवनी जिले में अतिवर्षा एवं बाढ़ के कारण प्रभावित लोगों को बचाने एवं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिये जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ एनडीआरएफ एवं सेना की टीम सक्रिय रूप से कार्य कर रही है।
नरसिंहपुर जिले में अतिवृष्टि और बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव के कार्य लगातार जारी है। अतिवृष्टि और बाढ़ से जिले में 3 तहसीलों के 42 गांव प्रभावित हुये हैं। कल दोपहर 2.30 बजे तक बीते 24 घंटों में 226 लोगों को रेसक्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। 12 गांव के करीब 135 लोगों को और रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में रहने की माकूल व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गई हैं। नर्मदा और उसकी सहायक नदियों के तटीय क्षेत्रों में सभी ऐहतियाति कदम उठाये जा रहे हैं। जिला कलेक्टर वेद प्रकाश और पुलिस अधीक्षक अजय सिंह राहत एवं बचाव कार्यों की स्वयं निगरानी कर रहे हैं और मौके पर जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
छिन्दवाड़ा जिले में लगातार बारिश से नदियों और नालों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुये जिला प्रशासन द्वारा बचाव और राहत कार्य संवेदनशीलता तथा तत्परता से किये जा रहे हैं। बाढ़ में फंसे 6 व्यक्तियों को इंडियन एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर बचा लिया गया है। जिले के विभिन्न स्कूलों, पंचायत भवनों और छात्रावासों में 59 राहत शिविर बनाये गये है, जहां लगभग 450 व्यक्तियों को ठहराया गया है और उनके भोजन, पेयजल और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। परासिया विकासखंड के चांदामेटा नगर में अतिवृष्टि से मकान गिर जाने पर 3 व्यक्तियों की मृत्यु होने पर मृतकों के वारिसों को 4-4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत कर उपलब्ध कराई गई है।
सिवनी जिले में विगत 3 दिनों में हुई लगातार बारिश एवं भीमगढ़ डेम के 10 गेट खुले जाने से मुख्यतः निचले ग्रामों में डूब की स्थिति निर्मित हुई थी। सिवनी विकासखण्ड के 15 ग्राम, कुरई के 4, केवलारी के 14 एवं लखनादौन के 25, धनोरा का 1, घंसौर 2 तथा छपारा के 20 ग्रामों के 2221 लोगों को शासकीय भवन में शिविर में रखा गया। बाढ़ में फसे 430 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों में पहुचाया गया हैं। भीमगढ़ बांध का एक गेट खुला हैं, जिससें 1780 क्यूसेक मीटर पानी छोड़ा जा रहा हैं। स्थिति सामान्य हैं। राजस्व एवं कृषि विभाग के मैदानी अमले द्वारा प्राकृतिक आपदा से मकान, पशुधन एवं फसल हानि का आंकलन कर राहत प्रकरण तैयार किया जा रहे हैं।
बालाघाट जिले की खैरलांजी तहसील के ग्राम कुम्हली में बाढ़ में फंसे 3 लोगों को आज से सुबह सेना के हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। सिवनी जिले में स्थित भीमगढ़ बांध से शनिवार को 2 लाख 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे बैनगंगा नदी के किनारे के गाँव खाली कराये गये। जिन गांव को खाली कराया गया वहाँ के लोगों को सरकारी भवनों में ठहराने एवं उनके भोजन की आदि की व्यवस्था की गई है।
विश्वकर्मा
वार्ता
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