राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Sep 17 2020 7:33PM जनहितैषी योजनाओं को किया जा रहा है लागू-चौधरीरायसेन, 17 सितम्बर (वार्ता) मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश में कुपोषण को खत्म कर बाल मृत्यु दर कम करने और मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ कर मातृ मृत्यु दर कम करने की योजना बनाई गई है।श्री चौधरी आज यहां वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से पोषण महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश को कुपोषण मुक्त करने का संकल्प लिया है। इसके लिए प्रदेश में अल्पकालीन, मध्यकालीन एवं दीर्घकालीन रणनीति बनाई गई है। आंगनबाड़ियों में आज से बच्चों को पौष्टिक दूध का वितरण प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि जो भी अतिकुपोषित बच्चे हैं उन्हें पर्याप्त पोषण आहार मिले यह सुनिश्चित किया गया है।उन्होंने नागरिकों से भी प्रदेश को कुपोषण से मुक्त करने के लिए सरकार का सहयोग करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि समाज के लोग अपना जन्मदिवस सहित अन्य पारिवारिक कार्यक्रम आंगनवाड़ियों में बच्चों के बीच मनाएं। कुपोषण के दुष्चक्र को तोड़ने के लिए ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों के दायित्व भी निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा पोषण प्रबंधन रणनीति के साथ ही अन्य जनहितैषी योजनाओं को लागू किया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश की 601 नवीन आंगनवाड़ी भवनों का लोकार्पण किया गया। इनमें रायसेन जिले की आठ नवीन आंगनवाड़ी भवनों का लोकार्पण भी हुआ।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने अधिकारियों को संकल्प दिलाया कि प्रदेश को सुपोषित प्रदेश के रूप में निर्माण के लिए तैयार राज्य पोषण प्रबंधन रणनीति के अनुसार अपने समुदाय में हर प्रकार के कुपोषण को खत्म करने के लिए रहेंगे। साथ ही समेकित स्वास्थ्य-पोषण रणनीति का प्रभावी क्रियान्वयन करेंगे। साथ ही यह प्रयास करेंगे कि हमारा प्रदेश एनीमिया एवं कुपोषण मुक्त होकर विकास की ओर अग्रसर होकर सुपोषित प्रदेश बनें। उन्होंने महिला बाल विकास विभाग के तहत जिले की पोषण प्रबंधन रणनीति की पुस्तिका का विमोचन किया। सुपोषित प्रदेश के संकल्प के साथ भारत सरकार के महत्वाकांक्षी पोषण अभियान के अंतर्गत जिले के लिये पोषण प्रबंधन रणनीति तैयार की गई है।नागवार्ता