राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Oct 10 2020 8:59PM मानवता के नाते पीडित परिवार से मिलने गयीं: डॉ बंसलजबलपुर, 10 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के हाथरस के बहुचर्चित कांड में नाम आने के बाद मध्यप्रदेश के जबलपुर के शासकीय मेडिकल अस्पताल में पदस्थ महिला डाॅक्टर राजकुमारी बंसल ने आज कहा कि वह मानवता तथा महिला होने के कारण पीडित परिवार से मिलने गयीं थीं।शासकीय मेडिकल काॅलेज के फाॅरेसिंग विभाग में पदस्थ डॉ बंसल ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि वह मेडिकल काॅलेज में प्रोफेसर है और उनका नक्सलियों से कोई संबंध है। उन्होंने इस बाद से भी इंकार किया कि वह जातिगत हिंसा भडकाने के लिए नहीं गयी थीं। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर वह दुखी थी, जिसके चलते छुटटी लेकर 4 सितम्बर की सुबह पीडित परिवार से मिलने हाथरस पहुंची थी।डॉ बंसल ने कहा कि पीडित परिजनों के आग्रह पर वह दो दिनों तक रूकने के बाद वापस लौट आई थी। इस दौरान भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रषेखर रावण आये थे और पहली बार उनसे मुलाकात हुई थी। उन्होने बताया कि दौरान जब भी मीडिया से बात हुई तो उन्होंने अपनी पहचान कभी नहीं छुपाई। मीडिया को उन्होने बताया कि पीडित परिवार की सदस्य नहीं हैं।हाथरस में दंगे भडकाने की साजिश रचने के जांच करने वाली एसआईटी टीम के दायरे में आने तथा मीडिया में चल रही नक्सलियों के संबंध में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा वह डाॅक्टर है और दो विषय में पीजी कोर्स करने के बाद एमडी का कोर्स किया है। वह मानवता के खातिर पीडित परिवार से मिलने तथा उनकी आर्थिक मदद करने गयी थी। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर जो आरोप लगाये जा रहे है, पूरी तरह से गलत और निराधार है। इस तरह के आरोप लगाने वालों के खिलाफ वह विधि अनुसार शिकायत करेंगे।सं बघेल वार्ता