राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Nov 15 2020 9:24PM मध्यप्रदेश शिवराज बिरसा दो अंतिम भोपालश्री चौहान ने कहा कि जनजातियों के सशक्तीकरण के लिये राज्य सरकार कटिबद्ध है। नियम विरूद्ध बिना लायसेंस ऊंची दर पर ब्याज देने वाले सूदखोरों के विरूद्ध कार्रवाई के लिये कानून बनाया गया है। नियम विरूद्ध कर्जा देने पर जनजातियों के सारे कर्ज माफ हो गये हैं।उन्होंने कहा कि जनजातियों के वनोपज पर सहज स्वाभाविक अधिकार को और पुख्ता किया जायेगा। कम दाम पर वनोपज बिकेगी तो समर्थन मूल्य पर राज्य सरकार उसे खरीदेगी। कोदो-कुटकी, ज्वार, मक्का आदि के खाद्य प्रसंस्करण के प्रयास होंगे। पांचवी अनुसूची के प्रावधानों पर विचार कर अमल में लाया जाएगा। सामाजिक न्याय हमारी प्रतिबद्धता है। धर्मान्तरण के कुचक्र को रोकने प्रभावी कदम उठाये गये हैं। सेवा की आड़ में धर्मान्तरण नहीं होने दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा राजाशंकर शाह और रघुनाथ शाह का स्मारक जबलपुर में 5 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा।जनजातीय नायकों का किया स्मरणश्री चौहान ने जनजातीय नायकों-शहीद बिरसा मुण्डा, रानी दुर्गावती, शंकर शाह-रघुनाथ शाह, बादल भोई, टंट्या भील, भीमा नायक और खाज्या नायकों के त्याग और बलिदान तथा उनके द्वारा स्थापित संस्कृति, परम्परा और कार्यों का स्मरण किया। उन्होंने ने दीपावली की शुभकामना दी और कहा कि आज गोवर्धन पूजा का दिन भी है। जो प्रकृति पूजा, पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन का संदेश देता है।इस अवसर पर उन्होंने मध्यप्रदेश माध्यम द्वारा जनजातीय जननायकों के आत्मसम्मान पर आधारित लघु फिल्म ‘रणबांकुरे’ और ‘रणबांकुरे ’फोल्डर का विमोचन किया। कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने जनजातीय संग्रहालय की लायब्रेरी का अवलोकन किया।विश्वकर्मावार्ता