Thursday, Apr 25 2024 | Time 19:14 Hrs(IST)
image
राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़


मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन (टीकाकरण) की तैयारियां पूर्ण

भोपाल, 07 जनवरी (वार्ता) सवा सात करोड़ से अधिक आबादी वाले मध्यप्रदेश के सभी 52 जिलों में कोेरोना वैक्सीनेशन (टीकाकरण) के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। कोरोना वैक्सीन प्राप्त होते ही इन्हें लगाने का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
पहले चरण में मध्यप्रदेश में लगभग चार लाख स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी।
राज्य के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से इस संबंध में चर्चा की। डॉ चौधरी ने बताया कि सभी 52 जिलों में कोराना वैक्सीनेशन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। इस दौरान मुख्य रूप से शुक्रवार को होने वाले देशव्यापी 'राष्ट्रीय ड्राय रन' की तैयारियों संबंधी मुद्दों पर चर्चा हुयी। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए तैयार 'कोविन' प्लेटफार्म काफी बेहतर है।
डॉ. चौधरी ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 के लिए वैक्सीनेशन के पूर्व रिहर्सल के तौर पर तैयारियों को परखने भोपाल में दो जनवरी के सफल आयोजन के बाद अब आठ जनवरी को प्रदेश के शेष सभी 51 जिलों में ड्राई रन का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 4 स्थानों भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और इंदौर में कोल्ड चैन स्टोर तैयार किया गया है। पहले इन स्टोर में स्वीकृत वैक्सीन का भंडारण होगा। यहां से वैक्सीन को संभाग, संभाग से जिलों और जिलों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में बनाए गए कोल्ड चैन स्टोर में भेजा जायगा।
डॉ चौधरी ने कहा कि यहां से वैक्सीन सीधे टीकाकरण केंद्र पर पहुंचायी जाएगी, जहां पर पहले से रजिस्टर्ड व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाएगा। पहले चरण में सभी हेल्थ वर्कर का टीकाकरण होगा। प्रदेश में ऐसे हेल्थ वर्कर की संख्या 4 लाख है। इनको 'कोविन' प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड किया गया है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता को जिस दिन और जिस समय वैक्सीन लगाया जाना है, उसको कोविन प्लेटफार्म के माध्यम से उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एस.एम.एस. के द्वारा सूचना दी जाएगी।
डॉ चौधरी ने बताया कि प्रदेश में कोविड वैक्सीन के लिए प्रस्तावित सभी टीकाकरण केंद्र पर कोविड-19 के प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने समय पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई भी दी।
राज्य में कोरोना संक्रमण का पहला प्रकरण 20 मार्च को जबलपुर जिले में सामने आया था। कुछ ही दिनों में इसका संक्रमण सभी 52 जिलों में फैल गया। राज्य में कोरोना के लगभग साढ़े आठ हजार सक्रिय मामले हैं।
प्रशांत
image