Wednesday, Apr 24 2024 | Time 18:15 Hrs(IST)
image
राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़


पानी की एक एक बूंद बचाने की जरुरत - राजनाथ सिंह

भोपाल, 11 फरवरी (वार्ता) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जल संरक्षण के कार्य में आम लोगों की भूमिका भी सुनिश्चित करने की जरुरत बताते हुए आज कहा कि हमें पानी की एक एक बूंद को बचाना होगा।
श्री सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जलाभिषेकम अभियान के तहत मध्यप्रदेश में निर्मित 57 हजार से अधिक जल संरचनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां मिंटो हॉल में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में शामिल हुए, जिसे श्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी दिल्ली से वीडियाे कांफ्रेंसिंग की मदद से शामिल हुए।
रक्षा मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जल संरक्षण का कार्य समाज को जोड़े बिना सफल नहीं बनाया जा सकता है। इस कार्य में समाज को अपनी भूमिका और अधिक सुनिश्चित करनी होगी। इस दिशा में अभी बहुत कार्य किया जाना है। उन्होंने जल संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को लेकर मध्यप्रदेश सरकार की सराहना की।
श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसानों को ऐसी फसलों के उत्पादन पर ध्यान देना होगा, जो कम पानी में अच्छा उत्पादन दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में जन चेतना विकसित करने के उद्देश्य से सामाजिक आयोजनों जैसे मेला और प्रदर्शनियों का सहारा लिया जा सकता है। इसके अलावा जनप्रतिनिधियों को भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना होगा। विशेषकर पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों को, क्योंकि वे मनरेगा और अटल भूजल योजना की वित्त आयोग की राशि का ग्राम के विकास के लिए निवेश करने में निर्णायक भूमिका में हैं। घर के हर सदस्य को पानी की अहमियत समझनी होगी, ताकि हम ऐसे भारत का निर्माण कर सकें, जहां सभी जरूरतों के लिए न केवल समुचित पानी उपलब्ध हो, बल्कि वह शुद्ध भी हो।
श्री सिंह ने इस अवसर पर राज्य की जनता और मुख्यमंत्री श्री चौहान को जल संरक्षण की दिशा में किए गए बेहतर कार्य के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जल संरक्षण और प्रबंधन के लिए बहुत ही सफल और सकारात्मक कार्य हुए हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि श्री चौहान जल संरक्षण के लिए जल संरचनाओं के निर्माण कार्य में पहले से ही लगे हुए हैं। तालाब और खेत आदि में मैड़ बांधना और अन्य परंपरागत जल संरचनाओं के संरक्षण के भी कार्य मध्यप्रदेश में लगातार किए जा रहे हैं। इसके अलावा यह कार्य काफी कम लागत में हो रहे हैं। स्थानीय स्तर पर जल संरक्षण के लिए जल संग्रहण के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं और यह रवि की फसलों के लिए सिंचाई के लिए सुरक्षित स्रोत हैं।
श्री सिंह ने कहा कि उन्हें यह भी बताया गया सागर जिले की पिपरिया-गोपाल ऐसी एक ग्राम पंचायत है, जहां 72 खेत तालाबों का निर्माण किया गया है और इस ग्राम पंचायत को केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय जल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्होंने इसके लिए भी ग्राम पंचायत के प्रधान और श्री चौहान को बधाई दी।
समारोह में श्री चौहान ने अपने संबोधन में रक्षा मंत्री का अभिनंदन करते हुए कहा कि वर्तमान में संसद में कार्य चल रहा है और ऐसे व्यस्त समय में श्री सिंह ने इस कार्यक्रम के लिए समय निकाला। श्री चौहान ने कहा कि श्री सिंह ने रक्षा मंत्री के रूप में आज ही संसद में बताया है कि सीमा पर चीन को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री अभिनंदन के पात्र हैं।
प्रशांत
वार्ता
image