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बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों द्वारा पीटे जा रहे 2 युवाओं की जान शिक्षक ने बचायी

बड़वानी, 15 फरवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा निवासी दो युवा ट्रेकरों को बच्चा चोर समझकर पीटे जाने के दौरान एक शासकीय शिक्षक ने पुलिस को फोन कर उनकी जान बचायी है।
सेंधवा निवासी प्रशिक्षित ट्रैकर और रॉक क्लाइंबर हर्षित भावसार और तुषार मेहता ने बताया कि वे 7 फरवरी को ट्रैकिंग का समस्त सामान लेकर सांकड़ से भूरापानी ट्रैकिंग करने निकले थे। उन्होंने भूरापानी पहुंचने के ठीक पहले बीजासन पुलिस चौकी क्षेत्र के जोडमोडा ग्राम में प्यास लगने पर पूनिया के घर से पानी मांगा और पानी पीने के बाद जैसे ही वह निकले, पूनिया के द्वारा बुलाये करीब 40 दुपहिया वाहनों से आए आदिवासी ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और बच्चा चोर समझकर मोबाइल और सामान छीनने के बाद उनकी पिटाई कर दी।
हिमालय, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश आदि स्थानों पर ट्रैकिंग तथा रॉक क्लाइंबिंग कर चुके हर्षित ने बताया कि वे उन्हें यह समझाने की कोशिश करते रहे कि वह पहाड़ों की ट्रैकिंग के लिये निकले हैं, लेकिन आक्रामक ग्रामीण नहीं माने और उन्होंने पत्थरों लाठियों और घूंसों से उन्हें जमकर मारा। करीब 2 घंटे तक बंधक बनाए रखने के बाद भी वे उन्हें पीटते हुए सड़क किनारे लाए, इसी दौरान एक परिचित शिक्षक ने उन्हें पहचान लिया। उनके द्वारा समझाइश दिए जाने के बावजूद ग्रामीणों ने उन्हें पीटना नहीं छोड़ा। इसके बाद उक्त शिक्षक ने उनके पिता प्रतीक भावसार और डायल हंड्रेड को फोन लगा दिया इस पर डायल हंड्रेड और बिजासन चौकी पुलिस के दल ने वहां आकर उन्हें बचाया।
बिजासन पुलिस चौकी के प्रभारी ओ एल डोले ने बताया की ग्रामीणों ने दोनों युवकों को बच्चा चोर समझकर पीट दिया। यदि शिक्षक ने समय रहते फोन नहीं लगाया होता तो वे 18 किलोमीटर दूर घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाते और कुछ भी हो सकता था। उन्होंने कहा कि चूंकि दोनों ने लिखित में कोई कार्यवाही नहीं करने की मंशा जताई थी, इसलिए प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है।
हर्षित के पिता प्रतीक भावसार ने बताया कि दोनों डरे हुए बच्चों ने घर में घटनाक्रम नहीं बताया, जिससे उन्हें इसकी गंभीरता पता नहीं चली। पिटाई का वीडियो वायरल होने पर एक दिन पूर्व दोनों बच्चों ने पूरा घटनाक्रम बताया और सेंधवा की एसडीएम तपस्या परिहार ने कल फोन कर हर्षित की कुशलक्षेम पूछी तथा उससे पुलिस में प्रकरण दर्ज नहीं कराने का कारण भी पूछा है। उन्होंने बताया कि वे विधिवत पुलिस थाने पर शिकायत दर्ज कराने जाएंगे।
सं बघेल
वार्ता
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