राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Feb 19 2021 7:38PM बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मियों का धरनाभोपाल, 19 फरवरी (वार्ता) यूनाइटेड फोरम आॅफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर विभिन्न बैंकों के कर्मचारी अधिकारियों ने आज सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक यहां स्थित नीलम पार्क में बैंकों के निजीकरण के विरोध में धरना दिया।यूनाइटेड फोरम आॅफ बैंक यूनियन्स के पदाधिकारी बी के शर्मा ने बताया कि धरना स्थल पर ही बैंक कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन को फोरम के विभिन्न पदाधिकारियों ने संबोधित किया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार का बैंकों को निजीकरण करना प्रतिगामी तथा जन एवं श्रम विरोधी है। इसका सभी को विरोध करना चाहिए। देश की बैंकों में आम आदमी का पैसा जमा है, जो कि उसने अपनी मेहनत से कमाया है।उन्होंने कहा कि इन्हीं सब बातों को मद्देनजर रखते हुए हम सरकारी क्षेत्र के बैंकों की रक्षा करने का संकल्प लेते हुए बैंकों के निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि यदि सरकार ने बैंकों के निजीकरण के एजेंडे को विराम नहीं दिया तो आगामी 15 एवं 16 मार्च 2021 को दो दिवसीय अखिल भारतीय बैंक हड़ताल की जाएगी। इसके बाद भी यदि सरकार ने हमारी मांगों के ऊपर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले दिनों में आंदोलन को और तेज कर और कई राष्ट्रव्यापी बैंक हड़तालें की जाएगी।धरना प्रदर्शन एवं सभा में विभिन्न बैंकों के साथी प्रभात खरे, अशोक पंचोली, जे.पी. दुबे, सत्येन्द्र चैरसिया, देवेन्द्र खरे, किशन खैराजानी, श्रीकांत आप्टे, अजय बाजपेई, ए के धूत, शोभित वाडिल, अमित शर्मा, सिद्धार्थ सिंह, धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, बसंत जोशी, सुनीता वर्मा, जे.डी. मलिक, सनी श्रीवास्तव, वैभव गुप्ता, मिलिंद डेकाटे, हरीश अग्रवाल, स्वराज सिंह सिसोदिया, आरएस हथिया आदि उपस्थित थे।बघेलवार्ता