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इंदौर जिले में कोरोना ने दो फीसदी से अधिक नागरिकों को चपेट में लिया

इंदौर, 23 मार्च (वार्ता) कोविड-19 संक्रमण से मध्यप्रदेश के इंदौर जिले की दो फीसदी से ज्यादा आबादी बीते एक वर्ष में संक्रमित हो चुकी हैं। जबकि यहां के 27 फीसदी नागरिक कोरोना महामारी की जांच प्रक्रिया से अब तक गुजर चुके हैं। यहां जांचे गए सेम्पल में संक्रमित दर औसतन सात फीसदी, स्वास्थ्य दर 95 प्रतिशत, मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 24 मार्च 2020 को कोरोना ने इंदौर में दस्तक दी थी। बीते एक वर्ष से 32 लाख आबादी वाला इंदौर जिला कोरोना महामारी से जूझ रहा है। तब से अब तक 8,95409 (आठ लाख पिंचायनवे हजार चार सौ नौ) संदेहियों के सेम्पल को जांचा जा चुका है। इनमें से 64 हजार 896 संक्रमित सामने आये। इन संक्रमितों में उपचार के बाद 61 हजार 771 संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं। उपचार के दौरान 945 संक्रमितों की आधिकारिक रूप से मौत दर्ज की गई है। जिले में वर्तमान में एक्टिव केस की संख्या 2176 है।
कोरोना कंट्रोल रूम के प्रभारी डॉ.अनिल डोंगरे ने बताया कि 24 मार्च से 31 मार्च 2020 के मध्य 671 संक्रमितों के जांचे गए सेम्पल में से सामने आये 64 संक्रमितों में से इसी माह 4 संक्रमितों ने 6.55 की मृत्युदर से दम तोड़ दिया था। अप्रैल 2020 में जांचे गए 6625 सेम्पल में से 21.9 की औसत दर से कुल 1492 संक्रमित सामने आये थे। इसी माह 68 संक्रमितों ने 4.68 फीसदी की दर से दम तोड़ दिया था। मई 2020 में सेम्पल संख्या बढ़ाकर कुल 29339 संदेहियों के जांचा गया, इनमे 6.9 की दर से 2026 संक्रमित सामने आये, जबकि इसी माह 3.1 की मृत्युदर से 68 संक्रमितों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। जून 2020 में 49600 संदेहियों की जांच की गई इनमे 2.4 की औसत से 1195 संक्रमित सामने आये इसी माह 64 रोगियों की मृत्यु 5.35 मृत्यु दर से दर्ज की गई।
इसी क्रम में जुलाई 2020 में 51841 संदेहियों के जांचे गए सेम्पल में से 5.2 के औसत से 2714 संक्रमित सामने आये और इसी माह इलाज के दौरान 4.16 की मृत्युदर से 113 रोगियों की जान चली गई। अगस्त 2014 में 78364 नागरिकों के सेम्पल जांचे गए इनमें से 5802 नागरिक 7.4 प्रतिशत की दर से संक्रमित पाए गए। इसी माह कोरोना से दम तोड़ने वाले की संख्या 86 रही और मृत्युदर 1.48 फीसदी रही। सितंबर 2020 जिला का सर्वाधिक कोरोना प्रभावित महीना रहा। इसी माह 85742 संदेहियों के जांचे गए सेम्पल में 13.1 फीसदी की दर से 11225 संक्रमित सामने आये थे। इसी माह इलाज के दौरान दम तोड़ने वालों की 1.55 की दर से 174 रहे।
डॉ डोंगरे ने बताया अक्टूबर 2020 में 104789 संदेहियों के सेम्पल जांचे गए जिसमे 9644 संक्रमित 9.2 की दर से सामने आये। इसी माह कोरोना से इलाज के दौरान दम तोड़ने वालो की मृत्युदर 1.14 के साथ इनकी संख्या 110 रही। नवंबर 2020 में सकारत्मक रूप से सुधरते हालातों के बीच 106318 संदेहियों के जांचे गए सेम्पल में 8.1 की दर से 8572 संक्रमित सामने आये हैं। इनमे से इलाज के दौरान 0.94 की मृत्युदर से 81 रोगियों ने दम तोड़ दिया। दिसंबर 2020 में 151210 संदेहियों के जांचे गए सेम्पल में 8.2 फीसदी की दर से 12446 संक्रमित सामने आये। इसी माह इलाज के दौरान 0.91 की दर से 114 संक्रमित काल कवलित हो गए।
जनवरी 2021 में 113365 संदेहियों के जांचे गए सेम्पल में 2.1 की दर से 2377 संक्रमित सामने आये। इसी माह 1.97 की मृत्युदर से 47 रोगियों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। फरवरी 2021 में महज 50559 रोगियों के जांचे गए सेम्पल में 3.6 की दर से 1816 सामने आये संक्रमितों से से 0.49 की मृत्युदर से 9 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। वही 1 मार्च से 22 मार्च तक कुल 62125 संदेहियों के सेम्पल जांचे गए है। इनमे 8.27 की औसत से 5138 संक्रमित सामने आ चुके हैं। राहत की खबर है कि इस माह के बीते 22 दिनों में महज 0.23 फीसद की मृत्युदर से 9 संक्रमितों की आधिकारिक मृत्यु दर्ज की गई हैं।
जिला टीकाकरण अधिकारी के अनुसार 16 जनवरी 2021 से जिले में कोरोना का वैक्सीनेशन प्रारम्भ किया गया हैं। जिसमें अब तक कोरोना फ्रंटलाइन वारियर्स, सीनियर सिटीजन और 45 वर्ष 59 वर्ष तक के चिन्हित रोगों से ग्रस्त हितग्राहियों को ढाई लाख से ज्यादा टीके लगाए जा चुके है। जिले में कोरोना के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर प्रतिदिन रात दस बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू और कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से कराया जा रहा हैं।
जितेंद्र नाग
वार्ता
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