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बेटियों को केवल पूजना ही नहीं उन्हें बचाना हमारी जिम्मेदारी-शिवराज

भोपाल, 12 अक्टूबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बेटियों को सशक्त बनाने के लिए भरपूर प्रयास किये जाना जरूरी हैं। बेटियों को केवल पूजना ही नहीं बल्कि उन्हें बचाना और सबकी लाड़ली बनाना हमारी जिम्मेदारी है।
श्री चौहान निवास पर आज मिंटो हाल में होने वाले राज्य स्तरीय लाड़ली लक्ष्मी उत्सव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा और उनकी समृद्धि के लिए कोई भी कमी नहीं रहने दी जाए। भोपाल में 14 अक्टूबर को राज्य स्तरीय लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का आयोजन व्यवस्थित रूप से हो। लगभग 40 लाख लाड़ली लक्ष्मी और बेटियों को वर्चुअली माध्यम से जोड़ने का प्रयास करें।
श्री चौहान ने कहा कि बेटियों की समृद्धि और उन्हें सशक्त बनाने के लिए आयोजित इस उत्सव में प्रत्येक आँगनबाड़ी एवं पंचायत भवनों में वर्चुअल माध्यम से बालिकाओं को जोड़ा जाए। उत्सव में प्रदेश की 21 हजार 550 लाड़लियों को 5 करोड़ 99 लाख रूपये की छात्रवृत्ति का ऑनलाइन अंतरण किया जाएगा। कार्यक्रम का प्रत्येक गाँव, आंगनबाड़ी केन्द्र, समस्त परियोजनाओं, जनपदों, नगरपालिका, जिला मुख्यालय पर टीवी, कम्प्यूटर, लेपटाप, मोबाइल एवं दूरदर्शन से उत्सव का प्रसारण सुनिश्चित किया जाए। सभी जन-प्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी, शौर्या दल, स्व-सहायता समूह एवं मातृ सहयोगिनी के सदस्यों को इस प्रसारण के लिंक भेजकर लाड़लियों और उनकी माताओं को उत्सव से जुड़ने का संदेश दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने उत्सव के पोर्टल पर फोटो अपलोड करने और फीड बेक दर्ज कराने तथा सभी लड़ली लक्ष्मियों से सुझाव प्राप्त किए जाने की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 को और अधिक बेहतर बनाए जाने के के लिए जनता से सुझाव लिए जाएँ। साल में एक दिन तय कर लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का आयोजन सुनिश्चित किया जाए।
लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 को बेहतर बनाने के लिए सभी लाड़लियों के कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक और व्यवसायिक पाठ्यक्रम में कम से कम दो वर्ष की पढ़ाई पूरी करने पर संबंधित संस्थाओं में प्रवेश पर 20 हजार रूपए की राशि देने का सुझाव दिया गया। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी दिवस का आयोजन उत्सव के रूप में राज्य, जिला, ग्राम पंचायत स्तर पर किया जाए। लाड़ली लक्ष्मी पंजीयन के समय जन्म प्रमाण-पत्र मुख्यमंत्री के संदेश के साथ जारी किया जाए। लाड़ली लक्ष्मी का शत-प्रतिशत टीकाकरण एवं एनीमिया मुक्त करने के साथ पोषण का खयाल रखा जाए।
समुचित पेरामीटर के आधार पर ग्राम पंचायतों और ग्रामों को लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली घोषित करने, महिला, वित्त एवं विकास निगम के माध्यम से व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए लाड़ली लक्ष्मियों का पोर्टल तैयार करने का सुझाव रखा गया। पोर्टल के माध्यम से लाड़ली लक्ष्मियों की अभिरूचि की पहचान कर कक्षा 12 वीं पास लाड़ली लक्ष्मियों को प्रशिक्षण देने, 18 वर्ष से ऊपर की प्रत्येक लाड़ली लक्ष्मी को लर्निग ड्राइविंग लाइसेंस प्रशिक्षण उपरांत जारी करने तथा ऐसी लाड़ली लक्ष्मी, जो व्यवसायिक प्रशिक्षण नहीं लेना चाहतीं, को परफार्मिंग आर्टस और फाईन आर्टस से रूचि अनुसार जोड़े जाने के सुझाव दिए गए।
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव महिला-बाल विकास अशोक शाह, आयुक्त जनसम्पर्क डॉ.सुदाम खाडे, संचालक महिला-बाल विकास डॉ.आर. आर. भोंसले उपस्थित थे।
नाग
वार्ता
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