राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Oct 21 2021 7:28PM सेवानिवृत्त सीईओ की लगभग एक करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति उजागरजबलपुर, 21 अक्टूबर (वार्ता) मध्यप्रदेश की जबलपुर की आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने आज सेवानिवृत्त जनपद पंचायत सीईओ नागेन्द्र यादव के जबलपुर, मंडला और भोपाल स्थित मकानों पर एक साथ दबिश देकर लगभग एक करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति उजागर की।ईओडब्ल्यू के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नागेंद्र यादव की भर्ती आदिवासी विभाग में छोटे से पद से हुई थी। आरोपी ने अपनी जुगाड़ से मंडला जनपद पंचायत के सीईओ का प्रभार प्रतिनियुक्ति पर पा लिया। इसके बाद वह घंसौर सिवनी और शहडोल जनपद पंचायत में भी बतौर सीईओं के पद पर रहा, जिसके बाद वह सेवानिवृत्य हो गया। पिछले 10 वर्षो में उसने यह संपत्ति बनाई है।आरोपी नागेंद्र यादव के मंडला में दो, जबलपुर में एक और भोपाल में एक मकान मिला है। आरोपी ने जबलपुर के तिलहरी स्थित थीम पार्क में बड़ा मकान बना रखा है। आरोपी और उसकी पत्नी अनीता यादव के नाम पर मंडला महाराजपुर में छ: एकड़ कृषि भूमि और उसके और परिजनों के नाम के विभिन्न बैंकों में खाते होने की जानकारी जांच एजेंसी को लगी है, जिसकी जांच पड़ताल की जा रहीं है। वहीं लक्जरी वाहन और दो स्कूटर होना भी पाया गया है।पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि रिटायर जनपद पंचायत सीईओं के पास आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी। इस पर उसके जबलपुर, मंडला और भोपाल स्थित आवास पर कार्रवाई जारी है। आरोपी के पास से कई गुना आय से अधिक संपत्ति पायी गई है। बैंक खातों की जानकारी एकत्रित की जा रही है। खातों में कितना पैसा और लॉकर में क्या है, इसकी जानकारी एकत्रित की जा रही है।सं बघेल वार्ता