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जनजातीय भाषा और संस्कृति के संरक्षण के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी–शिवराज

सीहोर, 14 मई (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि जनजातीय भाषा और संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास करेगी।
श्री चौहान यहां आदिवासी गांव पिपलानी में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने गोंड समाज तथा कोरकू को समाज के विवाह सम्मेलन में पहुंचकर वर-वधू को आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने कहा कि कन्या विवाह योजना को अब और अधिक उपयोगी बनाने के लिए राशि बढ़ाकर 55 हज़ार कर दिया गया हैं। जिससे विवाह के आयोजन से लेकर गृहस्थी की जरूरत का लगभग पूरा सामान नव विवाहित जोड़े को दिया जा सके। वधु के खाते में 11 हज़ार रुपए कि राशि भी डाली जाती हैं ताकि कोई जरुरत की चीज़ छूट भी गयी हो तो ली जा सके। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवार की बेटियों की शादियों की चिंता दूर कर बिना ऋण लिए धूम-धाम से ख़ुशी-ख़ुशी विवाह करना हैं।
श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय समाज को और अधिक सशक्त बनाने के लिए इनके वनों पर अधिकार बढ़ाये जायेंगे साथ ही अन्य योजनाओ के माध्यम से चौतरफा विकास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इमारती लड़की के विक्रय पर 20 प्रतिशत राशि स्थानीय वन समितियों को मिलेगी। तेंदुपत्ता की प्रति 100 गड्डी संग्रहण की राशि 250 रूपये से बढाकर 300 रूपये की गयी हैं। जनजातियों के हित में पेसा एक्ट लागू करने का निर्णय लिया गया हैं। सामाजिक वन प्रवंधन का कार्य जनजातीय समूहों को दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जनजातीय समूहों के बेटे-बेटियों का विवाह के अलावा उच्च शिक्षा का खर्च आवास, राशन, स्वस्थ्य सहित जिन्दगी की हर मोड़ पर मामा साथ देंगे।
मंड़ला सांसद सुश्री संपतिया उइके द्वारा पारसी भाषा में सम्बोधन से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय भाषा एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए सरकार सभी प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि अपनी भाषा एवं संस्कृति को कभी न छोड़े यह एक सम्मान की बात हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 10 बेटियों को सांकेतिक तौर पर 11 हज़ार रूपये का चेक भेट किया। उन्होंने नव दम्पत्तियों को प्रदेश सरकार की ओर से 32 इंच का एलईडी टीवी, एक टेबल फेन, 51 बर्तन, पलंग बिस्तर, दुल्हन के कपड़े, श्रृंगार का सामान और चांदी के आभूषण सामान दिया। कार्यक्रम में पुरे प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों से आये जनप्रतिनिधियो ने शिरकत की।
सामूहिक विवाह सम्मलेन में बैतुल तथा महाराष्ट्र से आये सांस्कृतिक दल की आकर्षक नृत्य प्रस्तुति ने उपस्थित जनसमूहों का मन मोह लिया। मुख्यमंत्री ने दोनों सांस्कृतिक दलों को 25 - 25 हज़ार रूपये देने की घोषणा की। इसके अलावा मंड़ला संसद सुश्री संपतिया उइके ने भी सांस्कृतिक दलों को 10 हज़ार रूपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कक्षा 10 वीं और 12 वीं में प्रथम श्रेंणी प्राप्त 49 जनजातीय छात्र-छात्राओ को प्रशस्ति पत्र एवं ट्रॉफी प्रदान की जिनमें प्रवीण्य सूची के 06 छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं। कार्यक्रम में 50 हज़ार से अधिक बाराती और बरातियों ने मिलकर सामूहिक विवाह सम्मेलन को भव्य एवं अद्भुत बनाया, कन्या पूजन से प्रारंभ सामूहिक विवाह बेटी की विदाई के साथ संपन्न हुआ।
नाग
वार्ता
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