Tuesday, Apr 16 2024 | Time 23:51 Hrs(IST)
image
राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़


मुरैना में शनि मंदिर में श्रद्धालुओं के भीड़ के दृष्टिगत शनि अमावस्या पर व्यापक प्रबंध

मुरैना 16 जनवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में जिला प्रशासन ने यहाँ ऐंती पर्वत पर विराजमान प्राचीन शनि मंदिर में शनि अमावस्या पर शनि देव की पूजन-अर्चन के लिए देश के कई स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी विभागों को जिम्मेदारी सौप दी है।
कलेक्टर अंकित अस्थाना ने बताया कि 21 जनवरी को शनिश्चरी अमावस्या पर ऐंती पर्वत पर विशाल मेला आयोजित होगा। बड़ी संख्या में श्रदालुओं के आने को दृष्टिगत रखते हुए व्यवस्थाओं को मूर्तरूप देने के लिए सभी विभागों को जिम्मेदारियां सौंप दी है।
बताया गया कि इस प्रतिमा की स्थापना महाराजा विक्रमादित्य द्वारा की गई। इस मंदिर का जीर्णोद्धार सिंधिया शासकों ने सन् 1808 में कराया था। इस शनि पर्वत क्षेत्र से ही 18वीं सदी में सिंधिया शासकों द्वारा एक सिला ले जाई गई, यह सिला पहले अहमद नगर फिर वहां से शिगनापुर पहुंची और एक चबूतरे पर स्थापित हो गई। इस स्थान का नाम ही शनि शिगनापुर हो गया। इस सिला का आधा भाग आज भी मुरैना के शनि मंदिर में रखा हुआ है।
मुरैना जिले के त्रेतायुगीन शनि मंदिर के चारों तरफ हजारों किलो मीटर दूर तक सरसों की होने वाली फसल को शनिदेव की ही कृपा माना जाता है। राजस्थान के धौलपुर, करौली, राजाखेड़ा, सरमथुरा, उत्तरप्रदेश के आगरा, इटावा तथा मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के चारों तरफ के क्षेत्र भिण्ड, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी में सरसों की फसल को प्रमुख रूप से किया जाता है। इस क्षेत्र को पीले सोने की खेती का क्षेत्र भी कहा जाता है। शनिवार के दिन शनि देवता कि पूजा की जाती है।
सं नाग
वार्ता
image