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खजुराहो में जी20 बैठक की तैयारियां जोरशोर से

खजुराहो, 28 जनवरी (वार्ता) विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मध्यप्रदेश के खजुराहो में जी20 समूह देशों के प्रतिनिधियों की बैठक 23 से 25 फरवरी के बीच होना प्रस्तावित है और इसके लिए तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं।
पुरातन कलात्मक मंदिरों के लिए विश्व धरोहर (वर्ल्ड हेरिटेज) घोषित मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो में 23 से 25 फरवरी के बीच प्रस्तावित बैठक में जी20 समूह देशों के राजनयिक और सैकड़ों प्रतिनिधि पहुंचेंगे। यह बैठक कल्चरल (सांस्कृतिक) थीम पर आधारित हैं और इसके लिए स्थानीय प्रशासन, राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग से व्यापक स्तर पर तैयारियां कर रहा है।
खजुराहो क्षेत्र के सांसद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि बैठक की तैयारियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ''स्वच्छता'' अभियान पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए पिछले 29 दिनों से लगातार नगर स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इसमें पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा स्थानीय नागरिक भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। इसी वजह से नगर के प्रमुख स्थान और सार्वजनिक स्थान और साफ तथा स्वच्छ दिखायी देने लगे हैं।
श्री शर्मा ने शुक्रवार शाम खजुराहो में ''पतंग महोत्सव'' का भी आयोजन किया। उन्होंने राज्य के खनिज संसाधन मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह और अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में जी20 समूह देशों को सांकेतिक तौर पर प्रदर्शित करने वाली पतंगों को उड़ाया। उन्होंने इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जी20 समूह की बैठक के सफल आयोजन में जनभागीदारी भी सुनिश्चित करना है। इसलिए पतंग महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बैठक का लाभ हम बुंदेलखंड अंचल की संस्कृति को विश्व पटल पर और बेहतर तरीके से पहुंचाने में ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में देश लगातार विकास कर रहा है। देश नयी ऊंचाई छू रहा है। इसी के प्रतीक स्वरूप हमने पतंग महोत्सव का आयोजन किया। इसके जरिए हम आमजन को भी बताना चाहते हैं कि जिस तरह पतंग आसमान की ऊंचाइयां छू रही है, उसी तरह देश में विकास और तरक्की हो रही है। श्री शर्मा ने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व के कारण ही भारत को जी20 समूह बैठक की अध्यक्षता का अवसर इस बार भारत को मिला है। इस बार की खास बात यह भी है कि विभिन्न बैठकों का आयोजनस्थल दिल्ली के बाहर देश के विभिन्न शहर और नगर हैं।
खजुराहो संसदीय सीट से वर्ष 2019 में पहली बार चुनकर लोकसभा पहुंचने वाले श्री शर्मा ने कहा कि खजुराहो वैसे तो विश्व पटल पर विख्यात है, लेकिन इस आयोजन के जरिए बुंदेलखंड अंचल की संस्कृति, लोककलाएं, शिल्पकलाएं, शिल्प और व्यंजन भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और बेहतर तरीके से नए परिप्रेक्ष्य में पहुंचा सकते हैं। यहां आने वाले सैकड़ों प्रतिनिधि इस अंचल की कला, संस्कृति और पन्ना टाइगर रिजर्व जैसे नैसर्गिक पर्यटनस्थलों से भी परिचित हो सकेंगे।
इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बैठक के लिए व्यापक तैयारियां प्रारंभ कर दी गयी हैं। लगभग 15 से 20 हजार की आबादी वाले खजुराहो के विश्व पर्यटन स्थल होने के कारण आवास और खानपान की बेहतर व्यवस्थाएं पहले से ही हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हवाईअड्डा होने के कारण भी देश विदेश के मेहमानों को यहां पहुंचने में आसानी रहेगी। विदेशी मेहमानों के लिए भारत की मेजबानी यादगार बनाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। इस आयोजन में खजुराहो नगर परिषद की भूमिका भी सुनिश्चित की गयी है।
प्रशांत
वार्ता
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