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बैरियर से अवैध दस्तावेज बनाकर गाड़ी पास कराने के गिरोह का पर्दाफाश, नौ गिरफ्तार

बड़वानी, 01 मई (वार्ता) मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले की संयुक्त पुलिस टीम ने नागलवाड़ी थाना क्षेत्र के बालसमुद स्थित एकीकृत जांच चौकी के बाहर संगठित गिरोह बनाकर फर्जी दस्तावेजों की सहायता से वाहनों को पास कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोद ने आज पत्रकार वार्ता में बताया कि नागलवाड़ी थाना क्षेत्र के बालसमुद स्थित एकीकृत जांच चौकी पर फर्जी दस्तावेजों की सहायता से गाड़ियां पास कराने के गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। उन्होंने बताया कि बालसमंद स्थित एकीकृत चौकी की शिकायत पर सेंधवा के सद्दाम अंसारी, फारुख बेग, जगदीश पटेल, लखन राणे और बालसमुद के वसीम एवं कामता प्रसाद और ओझर के अजय राठौर, मोहम्मद हुसैन एवं सतीश अलावा को विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध गिरफ्तार किया गया है।
इनके पास से एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, 11 मोबाइल फोन तथा सैकड़ों कूट रचित दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इस पूरी गैंग का सरगना मोहम्मद हुसैन तथा सद्दाम अंसारी है। उन्होंने बताया कि मोहम्मद हुसैन और सद्दाम अंसारी बिना दस्तावेज वाले ट्रक मालिकों से संपर्क करते थे और उनके कूट रचित दस्तावेज बना देते थे। इन दस्तावेजों के आधार पर ट्रक बैरियर से पास हो जाते थे और वह इसके एवज में ट्रक ड्राइवरों से पैसा वसूलते थे। उन्होंने अपनी गतिविधियों को संचालित करने के लिए ‘बैरियर के डाकू’ नामक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया था। आरोपियों ने 4 टीम बनायी थी। एक टीम बिना दस्तावेज वाले ट्रक संचालकों से संपर्क करती थी, दूसरी कूट रचित दस्तावेज बनाती थी, तीसरी प्रिंटआउट कर ट्रक संचालक या चालक प्रदान करती थी और चौथी बैरियर से इन्हें पास हो जाने पर राशि वसूलती थी।
उन्होंने बताया कि एकीकृत जांच चौकी प्रभारी की सूचना पर पूर्व में कुछ आरोपियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गयी थी किंतु उस समय इस तरह के संगठित अपराध की जानकारी नहीं मिल पाई थी। उन्होंने बताया कि आरोपियों के बैंक अकाउंट भी खंगाले जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक 20 से 25 लाख रुपए की राजस्व हानि की जानकारी प्राप्त हुयी है। इस गिरोह के नीमच तथा महाराष्ट्र के नागपुर में भी काम करने की जानकारी प्राप्त हुयी है।
उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई बैरियर के अधिकारियों की शिकायत पर हुई है और फिलहाल बैरियर के किसी भी कर्मचारी की संलिप्तता इस मामले में नहीं पाई गई है। उन्होंने कहा कि फर्जी तरीके से ट्रक से संबंधित दस्तावेज बनवाने वाले ट्रक संचालकों और चालकों के विरुद्ध भी विवेचना की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस गिरोह के पर्दाफाश के लिये एसडीओपी सेंधवा कमल सिंह चौहान और डीएसपी एजे के कुंदन सिंह मंडलोई तथा नागलवाड़ी एवं सेंधवा ग्रामीण थाना प्रभारी के नेतृत्व में 4 टीमें बनाई गई थी।
सं बघेल
वार्ता
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