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मुलाकात को भ्रामक तरीके से प्रचारित किया गया : गोपाल भार्गव

भोपाल, 24 मई (वार्ता) मध्यप्रदेश के सागर जिले के मंत्रियों की कथित आपसी खींचतान की खबरों के बीच जिले के वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव ने आज कहा कि उनकी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात को भ्रामक तरीके से प्रचारित किया गया है और पार्टी के सभी विधायक और मंत्री एक हैं।
श्री भार्गव ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि कल उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान और संगठन के वरिष्ठ नेताओं से संगठनात्मक विषयों और आकांक्षी विधानसभाओं में जीत हासिल करने जैसे मुद्दों के संदर्भ में चर्चा की। आज उनकी जानकारी में आया है कि इन मुलाकातों को भ्रामक तरीके से प्रचारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि वे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में हैं। पिछले 43 साल से उन्होंने पार्टी को अपनी मां समझ कर सेवा की है। वे पार्टी के वरिष्ठतम सदस्य हैं। इस कारण से किसी को शंका नहीं होना चाहिए कि सभी विधायक, मंत्री और पदाधिकारी एक हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रतिबद्धता जताई कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी को प्रदेश में शत प्रतिशत सफलता दिलाएंगे और दो तिहाई बहुमत से विधानसभा में विजयी बनाएंगे।
दरअसल कल श्री भार्गव के साथ प्रदेश सरकार के एक और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और जिले के दो विधायकों शैलेंद्र जैन और प्रदीप लारिया ने मुख्यमंत्री श्री चौहान, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से मुलाकात की थी। इस संबंध में आज मीडिया में आई खबरों में कहा गया कि दोनों वरिष्ठ मंत्रियों ने जिले के अन्य विधायकों के साथ सागर के ही एक अन्य वरिष्ठ मंत्री भूपेंद्र सिंह से कथित तौर पर नाराजगी को लेकर ये मुलाकातें की हैं। इस मामले के सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल का दौर शुरु हो गया है।
हालांकि श्री भार्गव के अतिरिक्त इस मामले से जुड़े अन्य किसी की भी बुधवार दोपहर तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
श्री भार्गव और श्री सिंह दोनों ही प्रदेश सरकार के वरिष्ठतम मंत्रियों में शामिल हैं। दोनों लंबे समय से सरकार में मंत्री और विधायक रहे हैं। मंत्रियों के बीच कई बार कथित तनातनी की खबरें मीडिया में सुर्खियां बटोरती रहीं हैं। वहीं श्री राजपूत वर्ष 2020 में तत्कालीन कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ने वालों में शामिल रहे हैं। श्री राजपूत 2020 में भाजपा में शामिल हुए, जिसके बाद उन्होंने सागर जिले की सुरखी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर उपचुनाव में जीत हासिल की और उसके बाद प्रदेश सरकार में मंत्री बने।
वहीं कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमले शुरु कर दिए हैं। पार्टी की प्रदेश इकाई के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने अपने ट्वीट में इस पूरे मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को निशाने पर लिया है। उन्होंने अपने ट्वीट में दावा किया कि श्री शर्मा ने मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह को प्रदेशाध्यक्ष बनाने की योजना का पोस्टमार्टम कर दिया। साथ ही उन्होंने दावा किया कि 'सागर की महाभारत' के रचियता श्री शर्मा ही हैं।
गरिमा
वार्ता
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