राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Feb 2 2024 4:09PM जल के दुरुपयोग के प्रति भी जागृत होने की आवश्यकता : यादवइंदौर, 02 फरवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कहा कि रामसर साइट की खोज के माध्यम से मानवता का भला किया जा रहा है और जल के सदुपयोग के साथ-साथ इसके दुरूपयोग के प्रति भी जागृत होने की आवश्यकता है। डॉ यादव 'विश्व आर्द्रभूमि दिवस' के अवसर पर यहां रामसर साइट 'सिरपुर तालाब' का अवलोकन कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 'आर्द्रभूमि और मानव कल्याण कार्यक्रम' का शुभारम्भ भी किया। कार्यक्रम के दौरान रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ मुसोंडा मुंबा भी उपस्थित रहीं। समारोह में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट, नागर सिंह चौहान, राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।समारोह को संबोधित करते हुए डॉ यादव ने कहा कि भारत ने प्रकृति, नदियों एवं पहाड़ों को सदैव ईश्वर का ही स्वरूप माना है। 'वसुधैव कुटुम्बकम' के रूप में समूची वसुधा को एक कुटुम्ब समान देखने वाला भारत आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सतत रचनात्मक कार्य एवं प्रयास कर रहा है। हम सबके प्रयास से ये वसुधा युगों-युगों तक जीवनदायिनी रहेगी। उन्होंने कहा कि रामसर साइट की खोज के माध्यम से हम सब मानवता का भला कर रहे हैं। जल के सदुपयोग के साथ-साथ हमें जल के दुरूपयोग के प्रति भी जागृत होने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में 'नेशनल प्रोग्राम फॉर कंजर्वेशन एक्वाटिक इकोसिस्टम' की संशोधित मार्गदर्शिका एवं भारत की वेटलैंड्स संरक्षण की यात्रा से संबंधित ब्रोशर तथा रामसर साइट्स से जुड़े ब्रोशर का विमोचन किया। गरिमावार्ता