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ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय के आईसीयू वार्ड में लगी आग, सभी मरीज सुरक्षित

ग्वालियर, 03 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय के गहन चिकित्सा ईकाई (आईसीयू) वार्ड में आज सुबह एयर कंडीशनर (एसी) में अचानक विस्फोट के बाद आग लग गयी। घटना के बाद वहां भर्ती सभी दस मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और बाद में आग पर भी काबू पा लिया गया।
जेएएच अस्पताल के उप अधीक्षक बीरेंद्र वर्मा ने बताया कि अस्पताल के आईसीयू वार्ड में लगे एक एसी में सुबह अचानक फिस्फोट हुआ और उसमें आग लग गयी। घटना के चलते कक्ष में धुंआ ही धुंआ हो गया। इसके चलते वहां अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया। आनन फानन में आईसीयू वार्ड में भर्ती अत्यंत गंभीर दस मरीजों को वहां मौजूद स्टाफ द्वारा तत्काल वेन्टिलेटर सहित सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
उन्होंने बताया आईसीयू में भर्ती सभी अत्यंत गंभीर मरीजों को दूसरे कक्ष में शिफ्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि एसी में लगी आग को अस्पताल के अन्य स्टाफ द्वारा बुझा लिया गया। डॉ वर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया गया है।
वहीं, एक मरीज आजाद खान (68) की मृत्यु की खबर को लेकर बताया गया है कि वह मरीज शिवपुरी का था, जो अतिगंभीर स्थिति में मेडिकल कॉलेज शिवपुरी से रेफर होकर ग्वालियर मेडिकल कॉलेज ट्रामा सेन्टर जयारोग्य चिकित्सालय समूह में भर्ती कराया गया था। हेड इनज्युरी के साथ भर्ती हुआ था। उसका उपचार वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ आदित्य श्रीवास्तव द्वारा उसके सिर का सीटी स्कैन कराने पर पाया गया कि मरीज के लेफ्ट फन्टोटेम्प्रोपेराइटल रिजन में सबडयूरल हिमेटोमा तथा कन्टयूजन थे एवं मरीज ब्रेन डेथ की स्थिति में था।
मरीज आजाद खान गंभीर स्थिति में वेन्टिलेटर पर था। एसी में आग लगने की घटना सुबह 06़ 50 बजे की है एवं मरीज की मृत्यु का समय लगभग 11़ 15 बजे का है। अतः इस घटना से मरीज की मृत्यु का संबंध नहीं है, क्योंकि मरीज पूर्ण क्लोज सर्किट वेन्टीलेटर पर होने से मरीज की श्वास की नली में धुंआ जाने की संभावना नहीं थी तथा ट्रॉमा सेन्टर में सेन्ट्रल ऑक्सीजन सिस्टम होने के कारण ऑक्सीजन की भी कमी नहीं हुयी।
आजाद खान की मृत्यु कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट से हुयी जिसके लिये मरीज का सीपीआर एवं समस्त जीवन रक्षक दवाइयां दी गयी, परन्तु समस्त प्रयासों के बावजूद मरीज का सुबह 11़ 15 बजे निधन हो गया। जयारोग्य चिकित्सालय समूह के अधीक्षक के माध्यम से जानकारी के अनुसार निरंतर अंतराल पर फायर सेफ्टी/ऑडिट एवं इलक्ट्रिक ऑडिट किया जाता है।
सं बघेल
वार्ता
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