राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Oct 3 2024 2:18PM बस्तर दशहरा पर्व काछन देवी की अनुमति मिलने के बाद शुरूजगदलपुर,03 अक्टूबर (वार्ता) विश्व में अनोखी और आकर्षक परंपराओं के लिए मशहूर बस्तर दशहरा पर्व की शुरुआत बुधवार की रात काछन देवी की अनुमति के बाद हुई। बस्तर दशहरा पर्व शुरू करने के लिए अनुमति लेने की परंपरा अनूठी है। काछनदेवी स्वरुप पीहू दास ने बेल के कांटों के झूले पर सवार होकर इस रस्म को पूर्ण किया। बस्तर में करीब 700 वर्षों से चली आ रही परंपरा की मान्यता के अनुसार कांटों के झूले पर लेटी कन्या में साक्षात देवी आकर पर्व शुरू करने की अनुमति देती है। जिनसे अनुमति लेने के लिए राजा कमलचंद्र भंजदेव और राज परिवार के सदस्य पैदल चलकर काछनगुड़ी में पहुंचे थे, उन्होने काछनदेवी से बस्तर दशहरा मनाने के लिए अनुमति मांगी थी। सं.अभय वार्ता