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मुम्बई


पेंगुइन को अनुकूल वातावरण में रखा गया है-बीएमसी

मुंबई, 16 जनवरी (वार्ता) बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने बम्बई उच्च न्यायालय में आज एक हलफनामा दे कर बताया कि दक्षिण कोरिया से पिछले वर्ष लायी गयी पेंगुइनों की देखभाल उनके वातावरण के अनुकूल की जा रही है।
खंडपीठ के न्यायाधीश मंजुला चेल्लुर और न्यायाधीश जी एस कुलकर्णी के समक्ष आज बीएमसी ने हलफनाम पेश किया। यह हलफनामा वकील अद्वेत सेठना द्वारा दाखिल जनहित याचिका के उत्तर में दी गयी जिसकी सुनवाई दोनों न्यायाधीश कर रहे हैं।
उन्होंने अपने जनहित याचिका में कहा कि पेंगुइनों को वापस भेज दिया जाना चाहिए क्योंकि उनकी यहां
सही ढंग से देखभाल नहीं हो पा रही है। ऐसे प्राणियों को एक खास तरह की जलवायु चाहिए। इन प्राणियों को
बीएमसी द्वारा चलाये जा रहे चिडिया घर वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान में एक निश्चित इलाके में रखा गया है।
पिछले वर्ष जुलाई में दक्षिण कारिया से 8 पेंगुइन लाये गये थे और तीन माह के अंदर एक पेंगुइन की चिड़िया
घर में मृत्यु हो गयी थी। याचिका में श्री सेठना ने मांग की है कि अदालत बीएमसी को पेंगुइन को जनता के
समक्ष नहीं लाने का निर्देश दे। इस मामले की सुनवाई लंबित है।
बीएमसी ने हलफनामा में कहा कि पेंगुइन को जहां जनता को देखने के लिए रखा जाना है उसका निर्माण चल रहा है। वर्तमान में पेंगुइन के पास उनका पालन करने वाले और डाक्टरों के अलावा किसी को जाने की इजाजत नहीं है।
बीएमसी पेंगुइनों की अच्छी तरह से देखभाल कर रही है और उन्हें उनके अनुकूल वातावरण में
रख रही है इसलिए इन्हें वापस भेजने का कोई प्रश्न ही नहीं है।
चिडिया घर के निदेशक संजय त्रिपाठी ने हलफनामा मे कहा कि भारत में सिर्फ इसी उद्यान में पेंगुइनको दर्शकों को दिखाने की सुविधा है। पेंगुइन को खाने के लिए विशेष तरह की मछलियां और 12 से 16 डिग्री ठंडे तापमान में रखा जाता है।
उन्होंने कहा एक पेंगुइन की मृत्यु एक प्रकार के बैक्टीरिया के कारण हुयी थी दूसरा अन्य कारण नहीं था।
त्रिपाठी राहुल
वार्ता
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