मुम्बईPosted at: Feb 20 2017 8:00PM हरियाणा में खुलेगा एग्रो बिजनेस स्कूलचंडीगढ़,20 फरवरी(वार्ता) हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री आेम प्रकाश धनखड़ ने आज कहा है कि सूचना प्रौद्योगिकी के बदलते परिदृश्य के अनुरूप किसानों को बाजार के गुर सिखाने और अपने उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं को बेचने में सक्षम बनाने के लिये राज्य सरकार ने एग्रो बिजनेस स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। श्री धनखड़ ने यहां राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक द्वारा राज्य की विभिन्न योजनाओं को लेकर वर्ष 2017-18 का राज्य केंद्रित प्रपत्र जारी के मौके पर अपने सम्बोधन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नाबार्ड ने राज्य के लिए वर्ष 2017-18 के लिए 52274 करोड़ रुपये के फसल ऋण के प्रावधान के साथ कुल 118875 करोड़ रुपये की संभाव्यता ऋण योजना जारी की है जो गत वर्ष के मुकाबले 12 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि किसानों को भी बाजार की मांग के अनुरूप अपने फ सल चक्र फसल प्रबंधन एवं फसल विपणन प्रबंधन की अवधारणा अपनानी होगी। उन्होंने कहा कि जब एग्रोटेक जैसे मेलों में बड़ी कम्पनियां स्वयं स्टाल लगाकर अपने उत्पाद बेच रही हैं तो किसानों को बाजार में न बैठने की अपनी मानसिकता बदलनी होगी। श्री धनखड़ ने केंद्र और राज्य की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुये कहा कि उन्होंने हरित क्रांति के नाम पर जोखिम प्रबंधन की व्यवस्था किए बिना ही किसानों को पूंजी सघन खेती की आेर धकेल दिया जिसके कारण आज देश के किसानों की स्थिति बदत्तर हुई है। कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को परम्परागत फसलों के बजाय बागवानी और अन्य नकदी फसलों की आेर प्रेरित करने के लिये राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र(एनसीआर) में पैरी-एग्रीकल्चर अवधारणा लागू करने का भी प्रस्ताव तैयार किया है ताकि दिल्ली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दूध. फल-फूल. सब्जी. दही अंडे और अन्य डेयरी उत्पाद की मांग पूरी की जा सके। रमेश.श्रवण वार्ता