Saturday, Apr 20 2024 | Time 16:55 Hrs(IST)
image
खेल


महाराष्ट्र 156 पदकों के साथ टॉप पर कायम

पुणे, 13 जनवरी (वार्ता) मेजबान महाराष्ट्र यहां जारी खेलो इंडिया यूथ गेम्स (केआईवाईजी)-2019 के पांचवें दिन रविवार को पदक तालिका में कुल 156 पदकों के साथ मजबूती से शीर्ष पर कायम है।

महाराष्ट्र ने रविवार को लगभग प्रत्येक खेल में स्वर्ण पदक जीते। उसने कुश्ती और जिम्नास्टिक में सबसे ज्यादा चार-चार स्वर्ण अपने नाम किए। इसके अलावा एथलेटिक्स, बैडमिंटन और जूडो में भी स्वर्ण बटोरकर महाराष्ट्र ने अपने स्वर्ण पदकों की संख्या 50 के पार पहुंचा दिया है। महाराष्ट्र के कुल 56 स्वर्ण पदक हो चुके हैं। इसके अलावा उसने 44 रजत और 56 कांस्य पदक लेकर अपने पदकों की संख्या को 156 तक पहुंचा दिया।

वहीं, दूसरी तरफ जूडो और तैराकी में तीन-तीन पदकों सहित नौ स्वर्ण पदकों की मदद से दिल्ली अभी भी महाराष्ट्र से पीछे है। दिल्ली के अब तक 45, 27 रजत और 28 कांस्य पदक हो चुके हैं और वह कुल 107 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा पिछले साल खेलो इंडिया स्कूल गेम्स में चैम्पियन रही हरियाणा 33 स्वर्ण, 34 रजत और 36 कांस्य पदकों के साथ कुल 103 पदक लेकर तीसरे नंबर पर है।

एथलेटिक्स में नितिन और दानेश्वरी ने स्प्रिंट डबल पूरा किया। तमिलनाडु के बालाकुमार नितिन और कर्नाटक की एटी दानेश्वरी ने 100 और 200 मीटर में खिताब जीता। नितिन ने अंडर-21 वर्ग के 200 मीटर में 21.57 सेकेंड के साथ स्वर्ण पदक जीता। दानेश्वरी ने लड़कियों की 200 मीटर रेस को 24.58 सेकेंड में पूरा किया और स्वर्ण अपने नाम किया। पंजाब के अमनदीप सिंह धालीवाल ने लड़कों के अंडर-17 वर्ग में शॉट पुट में 19.20 मीटर का थ्रो फेंका।

राष्ट्रीय जूनियर चैम्पियन छत्तीसगढ़ की आकर्षि कश्यप ने लड़कियों की अंडर-21 वर्ग में महाराष्ट्र की मालविका बंसोद को हराकर बैडमिंटन स्वर्ण पदक जीता।

तैराकी में महाराष्ट्र की युगा बिरनाले ने बेतहरीन प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र ने आज दो स्वर्ण सहित तीन पदक जीते और वह इस खेल में कर्नाटक और दिल्ली से आगे रहा। दिन के 12 स्वर्ण पदकों में से महाराष्ट्र ने चार जबकि दिल्ली और कर्नाटक ने तीन-तीन स्वर्ण पदक बटोरे। युगा ने महिलाओं की अंडर-21 वर्ग के 200 मीटर में दो मिनट और 32.75 सेकेंड के साथ महाराष्ट्र को दिन का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। युगा ने 200 मीटर बैकस्ट्रोक में दो मिनट और 34.09 सेकेंड के साथ कांस्य पदक भी जीता।

गुजरात की मान पटेल और बंगाल की सौब्रती मोंडल ने क्रमश : स्वर्ण और रजत हासिल किया। युगा ने अपना तीसरा पदक चार गुणा 100 मीटर में जीता। महाराष्ट्र की केनिशा गुप्ता ने लड़कियों की अंडर-17 वर्ग के 200 मीटर में दो मिनट और 29.68 सेकेंड के साथ मेजबान स्वर्ण जीता। वेदांत बापना ने राज्य के लिए चौथा स्वर्ण पदक जीता।

दिल्ली के जूडो खिलाड़ियों ने महाराष्ट्र के बढ़ते रथ को को रोका। मकाउ एशियन कप 2018 में कांस्य पदक जीतने वाले सचिन मलिक (ब्वाएज अंडर-21, 100 किग्रा से अधिक) और मकाउ में ही स्वर्ण पदक जीतने वाली तुलिका मान (गर्ल्स यू-21 78 किग्रा से अधिक) ने दिल्ली को तीन और स्वर्ण पदक दिलाने में मदद की। इस तरह दिल्ली की टीम जूडो इवेंट्स में एक दर्जन से अधिक स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही।

दिल्ली के लिए सचिन और तुलिका के अलावा रीतिका दहिया ने गर्ल्स अंडर-21 63 किग्रा से कम कटेगरी में सोना जीता। दिल्ली ने अंडर -17 और अंडर -21 आयु वर्ग में छह-छह स्वर्ण जीते। अंतिम दिन दिल्ली ने तीन, पंजाब ने दो और हरियाणा, मणिपुर तथा महाराष्ट्र ने एक-एक स्वर्ण जीता।

राज

वार्ता

image