कसारगौड 08 नवंबर (वार्ता) कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बी एस येद्दियुरप्पा ने केरल के सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा के रीति-रिवाजों एवं परंपराओं की रक्षा को लेकर पार्टी की केरल इकाई की ओर से निकाली गयी रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर गुरुवार को रवाना किया।
कर्नाटक विधान सभा में विपक्ष के नेता श्री येद्दियुरप्पा ने यहां मधुर श्री मदननथेश्वरा सिद्धिविनायक मंदिर से ‘सबरीमला सुरक्षा रथ यात्रा’ नामक इस यात्रा को रवाना किया। उन्होंने कहा कि केरल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पी एस श्रीधरण पिल्लई और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक तुषार वेल्लपल्ली के नेतृत्व में यह रथ यात्रा सबरीमला के खिलाफ कार्रवाई करने वाली वामपंथी सरकार के लिए आंख खोलने वाली साबित होगी।
उन्होंने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी नीत पिनारायी सरकार से आस्था की भावनाओं का सम्मान करने का आग्रह करते हुए कहा कि सरकार को उच्चतम न्यायालय के फैसले को देश की सदियों पुरानी रीति-रिवाजों और परंपराओं को समाप्त करने के हथियार के तौर पर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यात्रा उद्गम स्थल विनायकला मंदिर की चर्चा करते हुए कहा कि मलाबार में आक्रमण के दौरान टीपू सुल्तान ने यहां भी हमला किया था। उन्होंने कहा कि वामपंथी सरकार परंपराओं को नष्ट करने के अपने एजेंडे को लागू करना चाहती है।
इस अवसर पर श्री पिल्लई ने अयोध्या रथ यात्रा के दौरान भाजपा के पूर्व अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी (जिन्होंने गुरुवार को अपना 91 वां जन्मदिन मनाया) की भूमिका को याद किया और 1989 में पार्टी की दो सीटों से बढ़कर 86 सीटों पर पहुंच गयी।
श्री पिल्लई ने पिनारायी सरकार को बहुत तकलीफदेह और भविष्य के लिए आशाहीन बताते हुए कहा कि ‘अवसाद’ का यह विकार दिन-दर-दिन बढ़ सकता है क्योंकि केरल में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में वामपंथी विचारधारा से जुड़े लोग शामिल हो रहे हैं।
केरल भाजपा अध्यक्ष श्री पिल्लई ने माकपा के इन आरोपों से भी इनकार किया कि यात्रा धार्मिक लोगों के ध्रुवीकरण के उद्देश्य से आयोजित की गयी है। श्री पिल्लई ने कहा कि उन्होंने यात्रा शुरू होने से पहले कई बिशप और इमाम से आशीर्वाद भी लिया है।
बीडीजेएस के महासचिव तुषार वेल्लप्पाली ने कहा कि वामपंथी सरकार राजनीतिक लाभ के लिए जाति-धर्म के आधार पर राज्य में लोगों को विभाजित करने की कोशिश कर रही है।
विश्व प्रसिद्ध अयप्पा मंदिर में 10 से 50 वर्ष उम्र की महिला को प्रवेश की इजाजत देने संबंधी शीर्ष अदालत के आदेश के खिलाफ श्रद्धांलुओं के विरोध प्रदर्शन का भाजपा ने समर्थन किया है। अभी तक इस मंदिर में उक्त आयु वर्ग की एक महिला भी प्रवेश नहीं कर सकी है।
रथ यात्रा 13 नवंबर को पठानमथिट्टा जिले के पांडलम में खत्म हो जाएगी। यह यात्रा नीलेश्वरम, पायनूर, थलस्सेरी, सुल्तान बाथेरी, वडकारा, चेलारी, शोरनूर, कोडुंगल्लूर, उत्तर-पारवर, थोडुपुझा, एट्टुमानूर और एरुमेली से होकर गुज़रेगी।
संजय.श्रवण
वार्ता