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भारत-चीन के सभी मुद्दे वार्ता से हल करें : सीतारमण

ईटानगर/नयी दिल्ली 11 नवंबर (वार्ता) रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को भारत और चीन के बीच सभी मुद्दों को बातचीत के जरिये हल करने का आग्रह किया और दोनों देशों के बीच समृद्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 एस - सम्मान, संवाद, सहयोग और शांति के सिद्धांत को दोहराया।
श्रीमती सीतारमण ने “उभरते एशिया के लिए भारत-चीन के बीच संबंधों के सेतु बंधन” के विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा “आज, हम दोनों देश खासकर एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में एक दूसरे के महत्व और प्रभुत्व से इनकार नहीं कर सकते हैं।” उन्होंने कहा “समय की मांग पर एक-दूसरे का सहयोग करना, सभी मुद्दों को वार्ता के जरिये हल करना और दोनों की वजह से प्रगति करना 21वीं शताब्दी को एशिया का दौर माना जाता है।”
रक्षा मंत्री ने कहा दोनों एशियाई देशों के बीच संबंध वैश्विक स्तर पर सीधे और अतुलनीय प्रभाव डालते हैं, इसलिए दोनों देशों के बीच संबंध ‘अच्छे’ होने चाहिये।
उन्होंने आगे कहा प्रधानमंत्री चीन के साथ दोस्ताना संबधों को सुधारना और बनाये रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा सभी मुद्दों को हल करने के लिए एक व्यवस्था विकसित किया जाना चाहिये और सभी स्तरों पर विश्वास और आत्मविश्वास बनाने की उपायों की भी वकालत की है।
श्रीमती सीतारमण ने कुछ प्रमुख क्षेत्रों पर भी बात की जिसमें दोनों देश व्यापार के अलावा एक-दूसरे की सहयोग और सहायता कर सकते हैं। उन्होंने कहा “हमें प्रतिस्पर्धा करने की जरुरत है, लेकिन इसे संघर्ष या हिंसा से कभी समाप्त नहीं किया जाना चाहिये।”
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने व्याख्यान में भाग लिया ओर कहा अरुणा प्रदेश के लोग दोनों देशों के नेताओं से ऊंची आशाएं है विशेष रूप से श्री मोदी से ताकि भारत और चीन के बीच संबंधों को सुधारा जा सके और इसे मजूबती प्रदान किया जा सके। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि इस तरह के परिदृश्य बनाने से अरुणाचल प्रदेश को बहुत लाभ होगा।
उप्रेती.संजय
वार्ता
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