राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 13 2018 7:36PM उत्तराखंड क्रांति दल ने जारी किया 18 सूत्रीय घोषणा पत्रदेहरादून 13 नवम्बर (वार्ता) उत्तराखंड में आगामी 18 नवम्बर को होने वाले नगर निकाय चुनाव के लिये राष्ट्रीय प्रमुख दलों के साथ प्रादेशिक दल उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) भी अपना भाग्य आजमा रहा है। उक्रांद के संरक्षक बी.डी. रतूड़ी, महानगर अध्यक्ष संजय छेत्री, वरिष्ठ नेता लताफत हुसैन समेत सभी वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में देहरादून नगर निगम चुनाव हेतु अपना 18 सूत्रीय घोषणापत्र जारी किया। घोषणापत्र के मुख्य पृष्ठ में ही कांग्रेस तथा भाजपा के 18 वर्षों के कृत्यों पर चोट करते हुए डिजिटल प्रिंटिंग के माध्यम से हमला किया गया है। मुख्य पृष्ठ पर समुद्र मंथन की तर्ज पर नगर निगम मंथन का चित्र दिखाया गया है। जिसमें दोनों छोर पर दानवों को दो मुंह वाले सांप के माध्यम से निगम को मथा जा रहा है। इस मंथन से हीरे मोती जवाहरात अमृत विष के स्थान पर कांग्रेस तधा भाजपा के कार्यकाल में हुए 10 प्रमुख घोटालों को दिखाया गया है। इसके अलावा शहर की जनता के सरोकारों से जुड़े हुए मुद्दों से संबंधित 18 घोषणाएं की गई है। जिनमें प्रमुख रूप से बढ़े हुए हाउस टैक्स को “अगला हाफ और बकाया माफ” की नीति लागू करना, शहर में बंद पड़ी नगर निगम की डिस्पेंसिरियों को पुनः शुरू करना, ऊर्जा तथा जल संसाधनों से परिपूर्ण प्रदेश में जनता के लिए जल कर तथा ऊर्जा कर समाप्त करना, महिला सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए चिह्नित तथा संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे एवं स्ट्रीट लाइट लगवाना, सभी बाजारों तथा व्यस्त चौराहों पर आधुनिक शौचालयों का निर्माण कराना, शहरी क्षेत्रों में पार्किंग समस्या का समाधान तथा नगर निगम के पार्किंग शुल्क में कमी, कूड़ा निस्तारण की समस्या का समाधान,निगम के सफाई कर्मचारियों को नियमित करते हुए ठेका प्रथा को समाप्त करना एवं यूजर चार्जेस को समाप्त करते हुए सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करना, प्रत्येक वार्ड में स्थानीय लोगों की सहमति से स्थान चयनित करके जगह-जगह कूड़े दान रखवाना, निगम कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए आवश्यक उपकरण प्रदान करना तथा कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा की व्यवस्था, शहर के सौंदर्यीकरण के लिए सख्त कदम उठाना, निगम की अतिक्रमण की गई भूमि को मुक्त करने के लिए अभियान चलाना तथा निगम की आय के साधन का सृजन करना समेत 18 प्रमुख बिंदुओं को शामिल किया गया है। अंतिम पृष्ठ पर उत्तराखंड की पहचान चारों धाम के चित्र को दर्शाया गया है।सं. उप्रेतीवार्ता