राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 17 2018 8:38PM सबरीमला में तनाव के बीच श्रद्धालुओं का सालाना व्रत शुरूचेन्नई 17 नवंबर (वार्ता) केरल में सबरीमला के भगवान अयप्पा मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने संबंधी उच्चतम न्यायालय के आदेश के भारी विरोध को देखते हुए कमांडो और निषेधाज्ञा आदेश लागू होने के बीच भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं ने सालाना तीर्थ शुरू होने से पहले 41 दिनों के व्रत की शनिवार को शुरुआत की। प्रत्येक वर्ष पहला तमिल माह ‘कार्थिगाय’ का पहला दिन व्रत शुरू करने के लिए शुभ दिन माना जाता है। इस वर्ष भी स्थिति भिन्न नहीं है और वहां तनावपूर्ण स्थितियों के बावजूद व्रत में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में खासा इजाफा देखा जा रहा है। श्रद्धालु गले में तुलसी की माला पहने शहर के विभिन्न अयप्पा मंदिरों में भी व्रत में शामिल हो रहे हैं। गत वर्ष की तुलना में इस बार व्रत में शामिल लोगों की संख्या काफी अधिक है। क्योंकि विभिन्न अयप्पा मंदिरों में श्रद्धालु बड़ी संख्या में जुटे हुए हैं। महालिंगापुरम स्थित अयप्पा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। कभी श्रद्धालुओं के बीच यह मंदिर मंडला व्रत शुरू करने के कारण सबसे प्रसिद्ध स्थलों में शामिल था। मंदिर के एक अधिकारी ने यूनीवार्ता से कहा कि ‘कार्थिगाय’ माह के पहले दिन श्रद्धालुओं की संख्या गत वर्ष की तुलना में दोगुनी रही है। उन्होंने कहा,“पिछले वर्ष 2000 लोग व्रत पर बैठे थे जबकि इस बार इनकी संख्या चार हजार से अधिक ही है।” ‘स्वामी शरणम् अयप्पा’ के मंत्रोच्चार के बीच लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की मौजूदगी में अपने व्रत शुरू किये। इस व्रत में 50 साल से अधिक की महिलायें भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। संजय, रवि वार्ता