राज्य » अन्य राज्यPosted at: May 22 2019 4:42PM स्टरलाइट विरोध प्रदर्शन में मारे गये 13 लोगों की पहली बरसी पर शोकसभा का अयोजनथोथुकुडी, 22 मई (वार्ता) तमिलनाडु के थाथुकुडी जिले में स्टरलाइट कॉपर स्मेल्टर प्लांट के विरोध में प्रदर्शन के दौरान मारे गये 13 लोगों की पहली बरसी पर बुधवार को शोकसभा आयोजित की गयी। मृतकों के परिवार के सदस्यों समेत बड़ी संख्या में लोगों ने सेंट थॉमस चर्च में शांतिपूर्वक कैंडल जलाये और प्रार्थनायें की। मृतक स्नोवलीन (17) के परिवार के सदस्यों ने बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी में लाॅयन्सटॉन में ‘सहाया अन्नई चर्च’ में विशेष प्रार्थना की। प्रोफेसर फातिमा के नेतृत्व में एक निजी होटल में शोकसभा की गयी, जहां कई राजनीतिक दलों के नेताओं, एनजीओ कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। पीपुल्स मूवमेंट अगेन्स्ट न्यूक्लियर एनर्जी (पीएमएएनई) के समन्वयक एस. पी. उदयकुमार को सुबह उस समय एहतियातन हिरासत में लिया गया जब वह शेाक सभा में शामिल होने थोथुकुडी रवाना हो रहे थे। इस बीच, पुलिस ने ‘स्टरलाइट विरोध प्रदर्शन’ के एक वर्ष पूरे होने के मद्देनजर जिले में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी थी। सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए 2300 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। पिछले वर्ष आज ही के दिन वेदांता ग्रुप की स्वामित्व वाली स्टरलाइट कॉपर स्मेल्टर प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन के 100वें दिन पुलिस ने सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों पर गाेली चला दी थी जिसके बाद प्लांट को बंद करने की मांग कर रही रैली हिंसक हो गयी थी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने निषेधात्मक आदेशों का उल्लंघन करते हुये जिला कलेक्टर के कार्यालय में हंगामा मचाया था और कई इमारतों और वाहनों में आग लगा दी थी। तेईस मई को भी यह सिलसिला जारी रहा था जिसकी वजह से पुलिस को फिर गोली चलानी पड़ी थी। पुलिस की गोलीबारी में 17 वर्षीय एक लड़की समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गयी थी और करीब 102 प्रदर्शनकारी घायल हो गये थे। इसके अलावा 34 पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई थीं। प्रदर्शनकारी प्लांट को बंद करने की मांग इसलिए कर रहे थे क्योंकि इससे क्षेत्र को पर्यावरणीय नुकसान पहुंच रहा था। खूनी हिंसा के बाद तमिलनाडु की सरकार ने 28 मई, 2018 को प्लांट को सील करने और स्थायी रूप से बंद करने के लिए सरकारी आदेश जारी किया था। इसके साथ ही सरकार ने प्लांट की बिजली आपूर्ति भी बंद कर दी थी। प्रियंका. श्रवण वार्ता