राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jun 7 2019 10:22PM उत्तराखंड में दो सड़कें और एक प्री-स्ट्रेस कंक्रीट पुल देश को समर्पितदेहरादून 07 जून (वार्ता) सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जनरल ऑफिसर कमांडिग (उत्तर भारत एरिया) ले. जनरल हरीश ठुकराल ने सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण भारत-चीन सीमा पर दो सड़कें और नेलांग क्षेत्र में सबसे ऊंचे प्री-स्टेस कंक्रीट पुल राष्ट्र को समर्पित किया है। गुरुवार सुबह भारत-चीन सीमा से लगे नेलांग क्षेत्र में बीआरओ ने नेलांग-नागा और नागा-सोनम डबल लेन सड़कों के अलावा नागा सेक्टर में समुद्रतल से 12680 फीट की ऊंचाई पर बने 45 मीटर लंबे प्री-स्ट्रेस कंक्रीट पुल का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में बीआरओ के जनरल ऑफिसर कमांडिग (उत्तर भारत एरिया) ले.जनरल हरीश ठुकराल सहित बीआरओ व सेना के बड़े अधिकारी पहुंचे। ले.जनरल ठुकराल ने पुल व सड़कों के बेहतर निर्माण के लिए बीआरओ के महानिदेशक ले.जनरल हरपाल सिंह और शिवालिक परियोजना के मुख्य अभियंता आशु सिंह राठौर समेत अन्य अधिकारियों व जवानों को बधाई देते हुये कहा कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इन सड़कों और पुल के बनने से सेना व आइटीबीपी को अग्रिम चौकियों तक पहुंचने में काफी आसानी होगी। बीआरओ शिवालिक परियोजना के मुख्य अभियंता एएस राठौर ने कहा कि बीआरओ ने सड़क निर्माण के लिए पर्यावरण के अनुकूल नवीन कोल्ड मिक्स तकनीकी का इस्तेमाल किया है। इससे पर्यावरण को कम से कम नुकसान होता है। बीआरओ ने विषम परिस्थितियों एवं अत्याधिक ठंड के बीच 12680 फीट की ऊंचाई पर प्री-स्ट्रेस कंक्रीट पुल का निर्माण कराया है। नेलांग घाटी का यह सबसे ऊंचाई वाला प्री-स्ट्रेस कंक्रीट पुल है। उन्होंने बताया कि चीन की ओर से सीमावर्ती क्षेत्रों के तेजी से आधुनिकीकरण को देखते हुए बीआरओ भी भारतीय सीमा में सड़क व पुलों के निर्माण में तेजी से कार्य कर रहा है।कार्यक्रम में ब्रिगेडियर एके पुंडीर, सीमा सड़क कृतिक बल के कमांडर सुनील श्रीवास्तव, कमान अधिकारी ले. कर्नल यश श्रीवास्तव, कमान अधिकारी मेजर एस.मोहंती आदि मौजूद रहे।सं. प्रियंका वार्ता