राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jun 28 2019 3:56PM तेलुगू उपन्यासकार छाया देवी का निधनहैदराबाद,28 जून(वार्ता) तेलुगू उपन्यासकार अब्बूरी छाया देवी का शुक्रवार को यहां निधन हो गया। वह 86 वर्ष की थी । उनका जन्म 13 अक्टूबर 1933 को आंध्रप्रदेश में पूर्वी गोदावरी जिले के राजमुंदरी में हुआ था और उनका विवाह अब्बूरी वरदा राजेश्वरा राव से हुआ था जो एक लेखक, आलोचक, और आधिकारिक भाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष थे।उन्हें 2005 में तेलुगू भाषा में उनकी लघु कहानियों ताना मारगम के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था। उनके ससुर अब्बूरी रामकृष्णा भी एक जाने माने लेखक थे। उन्होंने जर्मनी के उपन्यासों का भी अनुवाद किया था और उनकी कहानियों का अनुवाद अंग्रेजी तथा स्पेनी भाषाओं में हुआ था। वह 1960 के दशक में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में लाईब्रेरियन पद पर भी रह चुकी थी और 1998 से 2002 के बीच केन्द्रीय साहित्य अकादमी की परिषद सदस्य रही थी। उनके लेखन कार्य में अनागा अनागा( बच्चों के लिए लाेक कथाएं), अब्बूरी छाया देवी कथालू( लघु कहानियां), 1991, मृत्युंजय(दीर्घ कहानी), 1993 ताना मारगम प्रमुख हैं। उन्हें 2003 में रंगानायाकाम्मा प्रतिभा पुरस्कारम और 1996 में तेलुगू यूनीवर्सिटी अवार्ड मिला था।तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि तेलुगू साहित्य में उनके अमूल्य योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। जितेन्द्रवार्ता